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छात्रावास अधीक्षिका की बड़ी लापरवाही: हॉस्टल से कई किलो मीटर दूर मिलीं दो छात्राएं, कांग्रेस नेताओं ने पहुंचाया घर

गणेश मरावी, डिंडौरी। एमपी के डिंडोरी जिले में दर्जनों छात्रावास और आश्रम संचालित है। इन छात्रावास और आश्रमों में जिले भर के छात्र – छात्राएं रहकर शिक्षा ग्रहण कर भविष्य संवार रहे हैं। लेकिन छात्रावास अधीक्षिका ही बच्चों को सही ढंग से देखरेख नहीं कर पा रहे हैं। बच्चे कहा जा रहे..? क्या कर रहे हैं…? इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

दरअसल, बजाग विकासखंड अंतर्गत संचालित जनजातीय कन्या आश्रम अंगई में रह कर अध्ययन कर रही दो बच्ची अचानक लापता हो गई थीं, जो ग्राम पड़रिया डोंगरी में मिली थी। ऐसे में छात्रावास अधीक्षिका की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है कि बच्चियों को सही तरीके से देखरेख नहीं कर पा रही है। इस बीच दोनों बच्ची के साथ कोई अप्रिय घटना घटित हो जाती या फिर कही खो जाते, इसका जिम्मेदार कौन होता…?

सुन्हादादर गांव निवासी छात्रा रश्मि और विदया 5 सितंबर को ग्राम पड़रिया डोंगरी में स्थित पावर हाउस के पास मिलीं थीं। अब सावल यह है कि दोनों बच्ची हॉस्टर से निकल कर इतना दूर कैसे पहुंचीं..? यह जांच का विषय है।

कांग्रेस नेता लोकेश पटेरिया ने बताया कि ग्राम बघरेली में आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता में वो जा रहे थे, तभी दोनों बच्ची पड़रिया डोंगरी के पास मिली, जो काफी डरी हुई थीं, उनसे जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वो ग्राम अंगई के छात्रावास में रहती हैं और गाड़ासरई जा रहे हैं। दोनों बच्चियों को डायल 100 की मदद से सुरक्षित गृह ग्राम सुन्हादादर छुड़वाया।

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