अमरकंटक से पेंड्रा, फिर मनेंद्रगढ़ पहुंचा घुमक्कड़ बाघ: भैंस और बकरियों का किया शिकार, पकड़ में नहीं आ रहा टाइगर, दहशत में ग्रामीण
MP Chhattisgarh Tiger Movement Update | Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur: मध्यप्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व से टी-200 बाघ छत्तीसगढ़ पहुंच गया है। बाघ शनिवार को अमरकंटक से पेंड्रा-मरवाही होते हुए मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की सीमा में प्रवेश कर गया। जहां ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवेश कर मवेशियों का शिकार कर रहा है। वन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।
वहीं एहतियात के तौर पर भूतहा गांव समेत 6 गांवों की बिजली काट दी गई है। क्योंकि कई बार ग्रामीण करंट फैलाकर जंगली जानवरों का शिकार करते हैं। इसलिए डीएफओ ने बिजली विभाग को पत्र लिखा था। साथ ही लोगों से रात में घर से बाहर न निकलने और जंगल में न जाने को कहा गया है।
ट्रैंकुलाइज करने के लिए विशेषज्ञ बुलाए गए
बाघ को ट्रैंकुलाइज करने के लिए विशेषज्ञ डॉ. चंदन को बुलाया गया है। भूतहा गांव में बाघ ने 2 बकरियों पर हमला किया। जिसमें एक बकरी की मौत हो गई। बाघ की हरकत पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। वन विभाग आसपास की निगरानी कर रहा है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अपने मवेशियों को घर में सुरक्षित स्थान पर रखें।
बाघ को आबादी से दूर रखने का प्रयास
एमसीबी के डीएफओ मनीष कश्यप ने बताया कि लोगों के डर को देखते हुए वन विभाग अलर्ट पर है। ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने की सलाह दी जा रही है। बाघ को मानव बस्तियों से दूर रखने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
जानिए बाघ का मूवमेंट
वन विभाग का कहना है कि बाघ गुरुवार देर रात मध्य प्रदेश के अमरकंटक से होते हुए मरवाही वन मंडल के सिवनी पहुंचा। इसके बाद गुरुवार से शुक्रवार तक मरवाही के जंगलों में घूमता रहा। शनिवार को बाघ मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के भौता गांव पहुंचा।
एटीआर में दिखा बाघ
बताया जा रहा है कि यह बाघ सबसे पहले एटीआर में देखा गया था। यहां से यह अमरकंटक क्षेत्र में घूम रहा था। वहां से यह मप्र के अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ चला गया। फिर इसे गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के परासी गांव में देखा गया। जहां उसने एक भैंस का भी शिकार किया।
इसके पहले कहां था बाघ?
इससे चार दिन पहले अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र अमरकंटक के मेढ़ाखार गांव में बाघ देखा गया था। बाघ 2 दिन से मेढ़ाखार गांव में डेरा जमाए हुए था, जहां उसने एक भैंस का भी शिकार किया था। इस दौरान बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ट्रैप कैमरे भी लगाए गए थे।
वहीं, वन परिक्षेत्र अमरकंटक के डोनिया-बिजोरी गांव के बीच कुछ राहगीरों ने बाघ को देखा, जिसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। ग्रामीणों को बाघ से दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई।
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