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Manipur violence में 7 जिलों में लगा इंटरनेट बैन: विधायकों के घर हमले पर 34 गिरफ्तार, लूटे डेढ़ करोड़ के जेवर, जानिए कब क्या हुआ ?

Manipur violence – Internet ban imposed in 7 districts extended further: मणिपुर सरकार ने 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध को दो दिन और बढ़ा दिया है। इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, काकचिंग, बिष्णुपुर, थौबल, चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में 16 नवंबर को पहले दो दिन इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगाया गया था।

मणिपुर में हिंसा जारी है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रतिबंध को लगातार बढ़ाया जा रहा है। गृह विभाग ने नोटिस जारी किया है। इससे पहले 19 नवंबर को सरकार ने ब्रॉडबैंड सेवा पर प्रतिबंध हटा लिया था। ताकि स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सरकारी दफ्तरों का काम न रुके।

वहीं, 16 नवंबर को विधायकों के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में 2 और लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने अब तक 34 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक और लोगों की तलाश की जा रही है। इसके लिए इंफाल घाटी में तलाशी जारी है।

11 नवंबर को सुरक्षा बलों ने जिरीबाम में मुठभेड़ में 10 कुकी-झो उग्रवादियों को मार गिराया था। इसके बाद मैतेई समुदाय की तीन महिलाओं और तीन बच्चों का अपहरण कर लिया गया था। तब से 7 जिलों में हिंसा जारी है। अपहृत महिलाओं और बच्चों के शव मणिपुर में जिरी नदी और असम के कछार में बराक नदी में मिले थे।

विधायक के घर से 1.5 करोड़ के जेवरात लूटे

विधायकों के घरों पर हमले के दौरान 1.5 करोड़ के जेवरात लूटे जाने की बात सामने आई है। जेडीयू विधायक के. जयकिशन सिंह की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। तोड़फोड़ करने वाली भीड़ ने थांगमेईबंद इलाके में विधायक के आवास से 18 लाख रुपये नकद भी लूट लिए। विस्थापितों के लिए रखे गए सामान भी नष्ट कर दिए गए।

राहत शिविर के स्वयंसेवक सनयाई ने दावा किया कि हिंसा के दौरान लॉकर, इलेक्ट्रॉनिक सामान और फर्नीचर में तोड़फोड़ की गई। भीड़ ने 7 गैस सिलेंडर लूट लिए। विस्थापितों के दस्तावेज नष्ट कर दिए। तीन एसी भी ले जाने की कोशिश की।

मणिपुर में दोबारा हालात क्यों बिगड़े

  • 11 नवंबर: सुरक्षाबलों ने जिरिबाम में 10 कुकी उग्रवादियों को मार गिराया था। मुठभेड़ के दौरान कुकी उग्रवादियों ने 6 मैतेई (3 महिलाओं, 3 बच्चों) को किडनैप किया था।
  • 15-16 नवंबर: किडनैप हुए छह लोगों में से पांच के शव बरामद हुए।
  • 16 नवंबर: CM एन बीरेन सिंह और भाजपा विधायकों के घरों पर हमले हुए थे। वहीं, कुछ मंत्रियों सहित भाजपा के 19 विधायकों ने CM बीरेन सिंह को हटाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को पत्र लिखा
  • 17 नवंबर: रात में जिरिबाम जिले में पुलिस की गोली से मैतेई प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी, जिसके बाद से हालात और बिगड़ गए। CRPF के डीजी अनीश दयाल सिंह 17 नवंबर को हिंसा का जायजा लेने के लिए मणिपुर पहुंचे।
  • 18 नवंबर: अगवा हुई आखिरी महिला का शव मिला।

मणिपुर में नवंबर में हुईं हिंसक घटनाएं

  • 11 नवंबर: मणिपुर के याइंगंगपोकपी शांतिखोंगबन इलाके में खेतों में काम कर रहे किसानों पर उग्रवादियों ने पहाड़ी से गोलीबारी की थी, जिसमें एक किसान की मौत हुई थी और कई घायल हुए थे।
  • 9-10 नवंबर: इंफाल पूर्वी जिले के सनसाबी, सबुंगखोक खुनौ और थमनापोकपी इलाकों में 10 नवंबर को गोलीबारी की घटना हुई थी। 9 नवंबर को बिष्णुपुर जिले के सैटन में उग्रवादियों ने 34 साल की महिला की हत्या कर दी थी। घटना के वक्त महिला खेत में काम कर रही थी।
  • 8 नवंबर: जिरीबाम जिले के जैरावन गांव में हथियारबंद उग्रवादियों ने 6 घर जला दिए थे। ग्रामीणों का आरोप था कि हमलावरों ने फायरिंग भी की थी। घटना में एक महिला की मौत हुई थी। मृतक महिला की पहचान जोसंगकिम हमार (31) के रूप में हुई थी। उसके 3 बच्चे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि हमलावर मैतेई समुदाय के थे। घटना के बाद कई लोग घर से भाग गए।
  • 7 नवंबर: हमार जनजाति की एक महिला को संदिग्ध उग्रवादियों ने मार डाला था। उन्होंने जिरीबाम में घरों को भी आग लगा दी। पुलिस केस में उसके पति ने आरोप लगाया कि उसे जिंदा जलाने से पहले उसके साथ रेप किया गया था। एक दिन बाद, मैतेई समुदाय की एक महिला की संदिग्ध कुकी विद्रोहियों ने गोली मार दी थी।

मणिपुर में हिंसा के 560 दिन

कुकी-मैतेई के बीच 560 से ज्यादा दिनों से हिंसा जारी है। इस दौरान 237 मौतें हुईं, 1500 से ज्यादा लोग जख्मी हुए, 60 हजार लोग घर छोड़कर रिलीफ कैंप में रह रहे हैं। करीब 11 हजार FIR दर्ज की गईं और 500 लोगों को अरेस्ट किया गया।

इस दौरान महिलाओं की न्यूड परेड, गैंगरेप, जिंदा जलाने और गला काटने जैसी घटनाएं हुईं। अब भी मणिपुर दो हिस्सों में बंटा हैं। पहाड़ी जिलों में कुकी हैं और मैदानी जिलों में मैतेई। दोनों के बीच सरहदें खिचीं हैं, जिन्हें पार करने का मतलब है मौत।

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