मंत्री…विधायक जी डिंडौरी में बदहाली ! कभी मोहन यादव ने डायरी में लिखी थी समस्याएं, मुख्यमंत्री बने तो भूल गए, ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी

गणेश मरावी, डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले के ग्रामीणों को पानी, स्कूल और सड़क समेत कई तरह की समस्याओं का सामना आज भी करना पड़ रहा है। इस ओर अफसर और नेता कोई सुध नहीं ले रहे हैं। इनकी लापरवाही का खामियाजा ग्रामीण भुगतने को मजबूर है। दरअसल यहां के नेता चुनाव आते ही मतदाताओं के पास भले ही घर – घर पहुंचकर कार्य कराने व योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन देने जाते है, उसके बाद दोबारा ग्रामीणों को दर्शन नहीं देते।
ऐसे ही मामला जनपद पंचायत शहपुरा के ग्राम पंचायत रैपुरा का है, जहां के ग्रामीण समस्याओं को लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाते – लगाते थक चुके है। लेकिन अधिकारी और नेताओं के कानों में जू तक नहीं रेंग रही है। आज भी ग्रामीणों को अधिकारी व नेता आश्वासन ही देते नजर आ रहे हैं।
समस्याओं को डायरी में नोट किया था सीएम
बताया गया कि डॉ मोहन यादव जब पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में मध्यप्रदेश में शिक्षा मंत्री रहे। उस दौरान इन्हें डिंडौरी जिले का प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी दिया गया था। इस दौरान लालपुर के ग्रामीणों ने सीएम मोहन यादव को विकास यात्रा के दौरान बांध, सड़क, स्कूल समेत कई समस्याओं से अवगत कराया गया। जिसमें बकायदा सीएम मोहन यादव ने अपने डायरी में समस्याओं को लिखकर काम हो जाने का आश्वासन दिया था। लेकिन आज दिनांक तक कोई भी समस्याओं का निराकरण नही किया गया है।
चुनाव बहिष्कार की चेतावनी के बाद जागा प्रशासन
बताया गया कि ग्रामीणों के द्वारा कई समस्याओं का अधिकारी और नेताओं से कई बार अवगत कराया गया, लेकिन इनके द्वारा कोई सुध नहीं लिया जा रहा था,चुनाव की तारीख नजदीक आते ही ग्रामीणों ने मांगे पूरी नही होने पर चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दे दिए है। जिसके बाद प्रशासन आनन फानन में जांच कराई जाकर पुनः आश्वासन दे रहे है।
लालपुर के ग्रामीणों ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला कछारी का भवन जर्जर हो गयी है। भवन जर्जर होने के चलते छात्र – छात्राओं को अध्ययन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वर्ष 2023 में विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव को शिक्षा मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री रहने के दौरान ग्रामवासियों के द्वारा जीर्ण शीर्ण शासकीय प्राथमिक शाला भवन,
चौरा जलाशय से नहर जर्जर अवस्था में तथा ग्राम लालपुर से रयपुरा मार्ग में टेड़ा मेड़ा रपटा (पुल) दिखाया गया था, जिस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव के द्वारा उपरोक्त तीनों मांगो को जल्द कराये जाने को कहा गया था लेकिन आज दिनांक तक उपरोक्त कार्य नहीं कराया गया है और न ही किसी भी प्रकार की स्वीकृति प्रदान की जा रही है।
बांध और नहर से किसानों को नहीं मिल रहा लाभ
साथ ही ग्रामवासियों के पास पर्याप्त भूमि व नहर होने के बाद भी नहर टूटी फूटी होने के कारण चौरा जलाशय से सिंचाई के लिए खेतों में पानी नही पंहुच रहा है।
पुल निर्माण कराने की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम रयपुरा, लालपुर, देवगांव, पहरूवा, पायली घुघरी, डोमदादर, सरसवाही ग्रामों में आने जाने हेतु सैकड़ों वाहन प्रतिदिन संचालित हो रही है जिससे ग्राम लालपुर में टेड़ी मेड़ी रपटा बने होने से आये दिन घटनाएं घटित होती रहती है, जिससे ग्रामवासी व आमजन परेशान है। इसके साथ ही पुल को ऊंचा कराने की मांग की गई है।
चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी
ग्रामीणों ने तीन समस्याओं को लेकर बीते दिनों कलेक्टर विकास मिश्रा से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। तीनों मांगों को तत्काल निराकरण कराने की मांग की,मांगे पूरी न होने की दशा में चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है। मामले को लेकर कलेक्टर विकास मिश्रा ने मौके पर जांच टीम रवाना किया गया था।
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