इंदौर से 25 किलोमीटर दूर बसे गुलावट गांव तक यशवंत सागर तालाब के बैक वॉटर आता है। यहां ग्रामीण तालाब में कमल के फूल उगाते हैं।तालाब के किनारों पर देपालपुर क्षेत्र के विधायक व पूर्व वन मंत्री निर्भय सिंह पटेल ने बांस के वृक्ष 20 साल पहले लगवाए थे,जो अब जंगल का रूप ले चुके हैं। बस गांव का यही प्राकृतिक दृश्य आंखों को सुहाता है, जिसे देखने लोग यहां आते हैं। वैसे तो यह गांव सालभर अच्छा लगता है, लेकिन ठंड के दिनों में यहां सबसे ज्यादा पर्यटक जुटते हैं। सुबह छह बजे से ही यहां कारों की कतारें नजर आने लगती हैं।
प्री-वेडिंग शूट के लिए पंसदीदा स्पॉट
फोटोग्राफी का शौक रखने वालों के लिए लोटस वैली पसंदीदा स्पॉट है। रोज पांच-छह प्री-वेडिंग शूट होना यहां आम है। ग्रामीणों द्वारा किनारों पर बनाए गए झूले, मचान, कुर्सी-टेबल पर भी बैठकर लोग फोटो खिंचवाते हैं। बदले में ग्रामीणों को इससे आय भी हो जाती है। गुलावट पर छह साल पहले एक ब्रिज बना था। इसके बाद से ही इस गांव को प्रसिद्धि मिली।ब्रिज से लोटल वैली का व्यू सबसे शानदार दिखता है।