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G20 Summit 2023: जानिए कौन है लहरी बाई, आखिर प्रधानमंत्री मोदी ने क्यों की उनकी तारीफ

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इंदौर में हो रही जी 20 में कृषि समूह की बैैठक मेें डिंडोरी जिले की लहरी बाई भी शामिल होने अाई है। 27 वर्षीय लहरी ने अपनी पहचान एक बीज बैंक के कारण बनाई है। वे मोटे अनाज की 25 से अधिक प्रजाति बचाने के लिए उनके बीज अासपास के गांवों में किसानों को बांटती है। उसने इस काम की प्रशंसा हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके है अौर जी 20 की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनका जिक्र करना नहीं भूले।

बैगा जनजाति से ताल्लुक रखने वाली लहरी बाई दस सालों से गांव के एक कच्चे भवन में बीज बैंक संचालित करती है। 27 साल की लहरी बताती है कि वे अपने माता-पिता की सेवा करना चाहती है, इसलिए उन्होंने शादी नहीं की। बचपन से ही उन्हें बीज इकट्ठा करने की ललक थी। वह जहां भी जाती थी, बीज एकत्र कर लेती थी। इस कवायद के कारण उनके पास वे बीज भी अाने लगे, जिनकी किस्में धीरे-धीरे खत्म हो रही है। उनके बीज बैंक में मोटे अनाज की करीब 60 किस्मों के बीज हैं।

लहरी बाई बाजरा के दुर्लभ संग्रह को संरक्षित करने के लिए अनाज भी उगाती हैं, जिसमें चावल की तुलना में बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है। ज्वार छोटी बाजरा (कुटकी), फॉक्सटेल बाजरा (कंगनी), बाजरा , और फिंगर बाजरा भारत में पाई जाने वाली कई किस्मों में से हैं। यह सभी लहरी के पास मिल जाएगी। वह अपने बैंक से अपने क्षेत्र के लगभग 25 गांवों के किसानों को बीज वितरित करती है ताकि आने वाली पीढ़ियों को पौष्टिक अनाज का लाभ मिले। फिर किसान से फसल उगने के बाद फिर बीज ले लेती है।

 प्रधानमंत्री मोदी कर चुके है ट्वीट

लहरी बाई के बीज बैंक से कई किसान बीज लेजाकर खेतों मेें बोते है। 9 फरवरी को पीएम मोदी ने बीज बैंक की जानकारी देकर एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि-‘हमें लहरी बाई पर गर्व है जिन्होंने मोटे अनाज के लिए उल्लेखनीय उत्साह दिखाया है। उनके प्रयास कई अन्य लोगों को प्रेरित करेंगे।’

 

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