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Khajrana Temple: 1.72 करोड़ में 64 वर्गफीट की दुकान, जितने साल की लीज है उतने में तो सिर्फ लागत निकलेगी

इंदौर का खजराना गणेश मंदिर खूब प्रसिद्ध है। हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंचते हैं। इसके बाद भी मंदिर परिसर में एक 64 वर्गफीट की दुकान का 1.72 करोड़ रुपये में बिकना सबको चौंका रहा है। जी, हां। 1.72 करोड़ रुपये यानी करीब 2.68 लाख रुपये प्रति वर्गफीट। 

इंदौर विकास प्राधिकरण ने मंदिर परिसर को विकसित किया है। वह ही दुकानों की नीलामी भी कर रहा है। इंदौर विकास प्राधिकरण ने दुकान क्रमांक 1-ए की कीमत 30 लाख रुपये तय की थी। नीलामी शुरू हुई तो सबसे ज्यादा दाम खजराना क्षेत्र के देंवेद्र राठौर ने लगाए। उन्होंने 64 वर्गफीट की इस दुकान को 1.72 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। खजराना मंदिर समिति प्रबंधन के घनश्याम शुक्ला ने बताया कि दुकान 30 साल की लीज पर दी गई है। परिसर में सबसे ज्यादा कीमत में यह दुकान बिकी है।

लीज अवधि में तो सिर्फ लागत निकलेगी

अमर उजाला ने खजराना मंदिर परिसर के अन्य व्यापारियों से यह जानने की कोशिश की कि क्या मंदिर परिसर में धंधा इतना अच्छा है, जो एक दुकान के 1.72 करोड़ रुपये तक देने को तैयार हो गए। एक व्यापारी ने बताया कि आम तौर पर 10 हजार तक श्रद्धालु रोज मंदिर पहुंचते हैं, जो विशेष दिनों में बढ़ जाते हैं। करीब 70 दुकानें हैं। हर दिन औसतन 6-7 हजार रुपये की बिक्री हर दुकानदार कर लेता है। महीने के 50 हजार रुपये तक की कमाई हो जाती है। इसी हिसाब के आधार पर गणना की जाए तो 1.72 करोड़ रुपये कमाने में 29 साल से अधिक समय लग जाएगा। लीज तो 30 साल की ही है। यानी लीज की पूरी अवधि में सिर्फ लागत ही निकलेगी। 

तीन तरफ की एंट्री ने बढाई कीमत

जिस दुकान की कीमत 1.72  करोड़ रुपए लगी है, उसकी लोकेशन खास है। मंदिर की तीन एंट्री है और यह इस दुकान की तरफ ही खुलती है। मुख्य एंट्री के अलावा पार्किंग की तरफ से आने वाले भक्त भी इस दुकान के सामने से निकलते है। मंदिर के पीछे के गेट की तरफ से आने वाले भक्तों के लिए भी यही दुकान सबसे करीब है। दुकानदारों का कहना है कि बोलीदाताओं ने इस दुकान को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया था। इसी वजह से इसकी कीमत इतनी ऊंची हो गई। अन्यथा मंदिर परिसर में दुकान अधिक से अधिक 40 लाख रुपये हो सकती थी। 

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