MP Politics: शिवराज के सवाल पर कमलनाथ का चौपाई वार, कहा- तीनों लोकों में नहीं मिलेगी शरण
कमलनाथ
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ में सवालों का सिलसिला जारी है। दोनों 2018 के चुनावी घोषणापत्रों के जरिये एक-दूसरे पर सवाल दाग रहे हैं। सोमवार को चौहान ने सवाल पूछा तो कमलनाथ ने गोमाता का सहारा लेते हुए उन पर राम चरित मानस की चौपाई से वार किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क में पौधरोपण के बाद कहा कि कमलनाथ जी से आज मैं एक सवाल पूछना चाहता हूं। कल (रविवार को) कांग्रेस की वचन पत्र के लिए बैठक हुई। वचन पत्र नहीं, कांग्रेस का फिर से महाझूठ पत्र बन रहा है। पिछली बार जो कहा, वह किया नहीं। अब फिर एक झूठ पत्र बनाया जा रहा है। जनता इस झूठ को जानती है और वह भरोसा नहीं करेगी। कमलनाथ जी, हम बैगा, भारिया, सहरिया बहनों को पोषण आहार अनुदान के रूप में एक हजार रुपये प्रतिमाह देते थे। आपकी सरकार आई तो आपने यह राशि देना बंद कर दिया। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि हमारी बहनों ने आपका क्या बिगाड़ा था, जो आपने यह राशि उन्हें देना बंद कर दिया?
कमलनाथ का चौपाई से जवाब
कमलनाथ ने ट्विटर पर शिवराज से सवाल पूछा। उन्होंने लिखा कि धरमु न दूसर सत्य समाना, आगम निगम पुरान बखाना। शिवराज जी फिर भी आप सत्यविमुख हैं। आपने तो गोमाता के नाम पर भी झूठ बोला है। भाजपा के घोषणापत्र में आपने वादा किया था कि स्वदेशी नस्लों के संरक्षण और प्रचार के लिए प्रदेश में राष्ट्रीय गोकुल मिशन की तर्ज पर 50 गोकुल ग्रामों का विकास अगले पांच साल में किया जाएगा। जवाब दीजिए कहां हैं ये गोकुल ग्राम? गोमाता से असत्य बोलने के बाद आपको तीनों लोकों में कहां शरण मिलेगी शिवराज जी!