iPhone की चाइनीज फैक्टरी से 20,000 से अधिक वर्कर्स हुए बाहर, प्रोडक्शन में होगी कमी

आईफोन के इस सबसे बड़े प्लांट में वेतन के भुगतान में देरी और कोरोना के कारण लगाई गई पाबंदियों के कारण बड़ी संख्या में वर्कर्स ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद Foxconn ने इस्तीफा देने वाले वर्कर्स को 10,000 येन (लगभग 1,14,000 रुपये) के भुगतान की पेशकश की थी। कंपनी ने नए वर्कर्स से वेतन से जुड़ी तकनीकी गलती के लिए माफी भी मांगी थी। Foxconn से जुड़े एक सूत्र ने Reuters को बताया कि इस प्लांट से 20,000 से अधिक वर्कर्स ने इस्तीफा दिया है। इस बारे में फॉक्सकॉन ने टिप्पणी करने से मना कर दिया।
Foxconn ने इस महीने की शुरुआत में बड़ी संख्या में वर्कर्स की हायरिंग की थी। कंपनी ने नए वर्कर्स को अधिक वेतन के साथ ही बोनस देने का भी वादा किया था। पिछले महीने कोरोना के फैलने के बाद लगाई गई पाबंदियों के कारण फॉक्सकॉन को कई वर्कर्स को आइसोलेट करना पड़ा था। इसके अलावा बहुत से वर्कर्स प्लांट में खराब स्थितियों के कारण चले गए थे। चीन के प्रेसिडेंट Xi Jinping जीरो कोविड पॉलिसी के तहत महामारी से निपटने के लिए कड़े उपाय किए जा रहे है। Apple ने इस प्लांट में मुश्किलों के कारण iPhone 14 के प्रीमियम मॉडल की शिपमेंट के अपने पूर्वानुमान में कमी की थी। इस प्लांट का प्रोडक्शन लगभग 30 प्रतिशत घट सकता है।
Apple भी iPhone का चीन और भारत में प्रोडक्शन करती है। कंपनी ने अपनी नई iPhone 14 सीरीज के कुछ मॉडल्स की भारत में मैन्युफैक्चरिंग शुरू की है। इसे चीन में मैन्युफैक्चरिंग को कम करने की कंपनी की योजना के हिस्से के तौर पर देखा जा रहा है। इस वर्ष की तीसरी तिमाही में स्मार्टफोन की ग्लोबल शिपमेंट्स में ग्लोबल शिपमेंट्स में Samsung पहले और Apple दूसरे स्थान पर रही। इसके बाद चीन की Xiaomi और Oppo थी। शिपमेंट्स में Apple ग्रोथ दर्ज करने वाली एकमात्र कंपनी थी।
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