
गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिला पंचायत में भी भाजपा का कब्जा है। पहली बार जिला पंचायत सदस्य बने गौरी शंकर अध्यक्ष बने हैं। वहीं लालिमा ठाकुर उपाध्यक्ष बनाई गई। दोनों निर्विरोध निर्चाचित हुए हैं।
जिला पंचायत सदस्य के कुल 11 सीटों में से 8 सदस्यों के साथ पहली बार पूर्ण बहुमत बनाने वाली भाजपा का गरियाबंद जिला पंचायत पर भी अब पूरी कंट्रोल होगी। भाजपा समर्थित गौरी शंकर कश्यप निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए।
वहीं लालिमा ठाकुर उपाध्यक्ष चुनी गईं हैं। अध्यक्ष का पद SC वर्ग के लिए आरक्षित था। इस वर्ग से चुनाव जीत कर जिला पंचायत सदस्य बनने वाले दोनों सदस्य भाजपा के ही थे। बावजूद उसके नाम फाइनल करने में संगठन में जमकर माथा पच्ची हुई।
बिंद्रानवागढ़ को मिला युवा नेतृत्व
बिंद्रा नवागढ़ विधान सभा क्षेत्र में चुने गए बड़े जनप्रतिनिधि नहीं थे।जो है उनकी बात सरकार कम सुन रही है, ऐसे में क्षेत्रीय समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने बिन्द्रानवागढ़ विधान सभा क्षेत्र को सत्तासीन संगठन की ओर से एक मजबूत कंधा मिल गया है।
संघ की विलुप्त मोर्चा बंदी से मिली सफलता
32 साल का युवा गौरी शंकर संघ से जुड़ा हुआ है। विहिप के कई दायित्व का निर्वहन कर रहा था। देवभोग के गोहकेला ग्राम में जन्मे गौरी के पिता कृषक व भाई व्यापारी है।ममेरा गांव मैनपुर ब्लॉक का सरगीगुड़ा है। बचपन इसी गांव में बीता था।
लिहाजा सरगीगुड़ा सीट में आसानी से जीत दर्ज कर लिया। मध्यम वर्गीय परिवार के इस होनहार युवक ने अपने कार्य क्षमता का परिचय दिया था। लिहाजा संघ व विहिप ने गौरी को अधिकृत प्रत्याशी बनाने से लेकर अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचाने अहम भूमिका निभाई है।
भाजपा का बहुमत का आंकड़ा इन्हीं दोनों नाम पर शुरू से सहमत थे, लेकिन जिम्मेदार नए नाम थोप रहे थे। नाम तय होने से पहले सदस्यों से सांसद रूपकुमारी चौधरी और राजिम विधायक रोहित साहू ने वन टू वन किया। इस चर्चा के बाद सदस्यों के सुझाए नाम पर संगठन की सहमति बन पाई।
गौरी शंकर कश्यप
पद की गरिमा के अनुरूप कुर्सी के साथ न्याय करूंगा। सरकार की जन कल्याण कारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में जिला पंचायत की भूमिका हमेशा से अग्रणी रहे। इसी भाव विचार को लेकर अनुभवी सदस्यों के मार्गदर्शन में विकास के लिए काम करेंगे।
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