355 बाघों को कैसे निगल गया MP ? 2024 में 44 TIGER ने तोड़ा दम, NTCA की रिपोर्ट उड़ा देगी आपके होश
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: मध्य प्रदेश में बाघों (TIGER ) का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। हाल ही में छिंदवाड़ा के पेंच टाइगर रिजर्व में 3 शावकों के साथ टहलती (death of 355 tigers in MP NTCA) एक बाघिन की तस्वीरों ने सभी को खुशी से भर दिया।
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: माना जा रहा है कि राज्य में बाघों की संख्या 900 के करीब पहुंच गई है। राज्य में बाघों की संख्या (TIGER ) में लगातार इजाफा हो रहा है, वहीं राज्य में बाघों की मौतों का आंकड़ा चिंता का विषय बना हुआ है। 2012 से अब तक मध्य प्रदेश में 355 बाघों की मौत हो चुकी है।
2024 में अब तक 44 बाघों की मौत
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: इस साल मध्य प्रदेश में बाघों की मौत के आंकड़ों ने पिछले सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। एनटीसीए की रिपोर्ट के मुताबिक (TIGER ) साल 2024 में अब तक मध्य प्रदेश में 44 बाघों की मौत हो चुकी है, जो अब तक का रिकॉर्ड है।
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: हालांकि वन विभाग (TIGER ) के अधिकारी राज्य में बाघों की संख्या के हिसाब से मौत के आंकड़ों (death of 355 tigers in MP NTCA) को सामान्य बता रहे हैं।
बाघों की लगातार हो रही मौत
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: 2022 में हुई जनगणना में मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या 785 पाई गई थी। वर्ष 2018 में हुई जनगणना में मध्य प्रदेश में (death of 355 tigers in MP NTCA) यह संख्या 526 थी। प्रदेश में बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: बाघों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मध्य प्रदेश में दो नए बाघ अभयारण्य रातापानी और माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व (TIGER ) का दर्जा दिया गया है।
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: प्रदेश में बाघों की बढ़ती संख्या के साथ ही प्रदेश में बाघों की लगातार हो रही मौत के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं। इस साल अब तक 44 बाघों की मौत हो चुकी है। वर्ष 2024 में अप्रैल माह को छोड़कर हर माह बाघों की मौत हुई है।
किस राज्य में कितने बाघों की मौत हुई
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: बाघों की मौत का यह आंकड़ा अब तक का सबसे ज्यादा है। वर्ष 2023 में मध्य प्रदेश में 43 बाघों की मौत हुई थी। जबकि इससे पहले वर्ष 2022 में 34 बाघों की मौत हुई थी। वर्ष 2021 में 41 और वर्ष 2020 में 46 बाघों की मौत हुई थी।
2012 से 2024 के बीच मध्य प्रदेश में 355 बाघों की मौत
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: बाघों की मौत को लेकर पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ शुभरंजन सेन का कहना है, “वन क्षेत्रों में बाघों की संख्या लगातार (death of 355 tigers in MP NTCA) बढ़ रही है। इसलिए मौतों की संख्या भी बढ़ी है। वन क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है।
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: इसके चलते अब शिकार के मामले कम हुए हैं।” दूसरी ओर, देश में सबसे ज्यादा बाघों की मौत (death of 355 tigers in MP NTCA) मध्य प्रदेश में हुई है।
Inside story of death of 355 tigers in MP NTCA: इस दौरान महाराष्ट्र में 261 बाघों की मौत हुई है। जबकि कर्नाटक में 179 बाघों की मौत हुई है। उत्तराखंड में 132 बाघों की मौत हुई है। वहीं, तमिलनाडु में 89 बाघों की मौत हुई है।
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