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प्रिंसिपल को कई दिनों से धमका रहा था छात्र, पुलिस की लापरवाही से वह जिंदा जलीं

इंदौर में बीएम कॉलेज के फॉर्मेसी डिपार्टमेंट की प्रिंसिपल को छात्र द्वारा जिंदा जलाने की घटना हुई है। छात्र कॉलेज प्रबंधन द्वारा मार्कशीट न दिए जाने से नाराज था और इस मामले में पहले भी कॉलेज की एक फैकल्टी पर चाकू से हमला कर चुका था। इंदौर के शिक्षाविदों का इस मामले में गुस्सा भडक़ गया है और उनका कहना है कि यदि पुलिस समय पर जाग जाती तो ये घटना नहीं होती। 

सख्त सजा नहीं मिली तो छात्रों के हौसले बुलंद होंगे

मुझे अमर उजाला के माध्यम से ही इस घटना की जानकारी मिली है। इस तरह की घटनाएं पूरे शिक्षा जगत के लिए शर्मनाक हैं। यदि छात्र को कड़ी सजा नहीं मिली तो इस तरह के छात्रों के हौसले बुलंद होंगे। पुलिस और प्रशासन को इस मामले में तुरंत कड़ी कार्रवाई करके छात्र को सख्त सजा दिलाना होगी। हम सब इस घटना का पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं। मैं यह घटना की जानकारी से अचंभित हूं। सुनकर भी बहुत दु:ख हो रहा है कि कोई छात्र अपनी प्रिंसिपल के लिए ऐसा भी कर सकता है। 

– रेणु जैन, कुलपति, डीएवीवी 



प्रशासन को विरोध दर्ज करवाएंगे

प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा मेरे मित्र की बहू हैं। वे पहले होलकर कॉलेज में पढ़ाती थीं। छात्र उन्हें पहले भी कई बार धमकी दे चुका था और पुलिस को इस बात की भी जानकारी थी। छात्र ने कॉलेज की फैकल्टी पर चाकू से हमला किया जिसके बाद वह छूटकर फिर से कॉलेज प्रबंधन को धमकाने लगा। यदि उस पर सख्त कार्रवाई की जाती तो यह दिन नहीं देखना पड़ता। इंदौर के लिए यह घटना काले धब्बे के समान है। हम सब शिक्षाविद इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों से मिलकर विरोध दर्ज करवाएंगे। 

– नरेंद्र धाकड़, पूर्व कुलपति, डीएवीवी इंदौर 

 


कड़ी सजा मिलेगी तभी ऐसी घटनाएं रुकेंगी 

महिला प्राचार्य के साथ हुई घटना शर्मनाक और निंदनीय है। प्राचार्य संघ इसकी घोर भर्तस्ना करता है। घटना की सख्त जांच की जाना चाहिए। दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिले जिससे समाज में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। अगर दोषियों को सजा नहीं मिली तो प्राचार्य संघ घोर विरोध करेगा।

– राजीव झालानी, अध्यक्ष, अशासकीय प्राचार्य संघ, डीएवीवी 

जल्द सुनवाई हो मामले की 

हम प्रशासन से अपील करते हैं कि सख्त सजा दिलाई जाए और इस मामले की सुनवाई में तेजी लाई जाए। प्रिंसिपल के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वे जल्द स्वस्थ हो जाएं। 

– डॉ. मंगल मिश्रा, शिक्षाविद


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