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Indore Cleanest City: स्वच्छता के बाद इंदौर के चार नए लक्ष्य- स्वास्थ्य, सोलर, ट्रैफिक और डिजिटल सिटी

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Indore Cleanest City लगातार सात बार स्वच्छता में नंबर वन आ चुका है। इंदौर ने यह साबित कर दिया है कि इंदौरियों का जज्बा सबसे भारी है। वह अगर ठान लें तो कुछ भी कर सकते हैं। इंदौर के लोगों ने स्वच्छता के बाद बेहतर स्वास्थ्य, सोलर, ट्रैफिक और डिजिटल सिटी को अपना अगला लक्ष्य बना लिया है। प्रशासन, जनप्रतिनिधी, संस्थाएं और तमाम संगठन इस दिशा में अब मिल जुलकर प्रयास कर रहे हैं। 

स्वास्थ्य – इंदौर के 85 वार्ड में बनेंगे योग केंद्र और ओपन जिम, मिलेट्स कैफे भी खुलेगा

इंदौर नगर निगम इंदौर के 85 वार्ड में योग केंद्र और ओपन जिम बना रहा है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। हर वार्ड में युवाओं, बुजुर्गों और बच्चों को ध्यान में रखते हुए योग केंद्र और ओपन जिम बनाए जाएंगे। महापौर ने बताया कि इसके लिए टेंडर हो चुके हैं और इस साल ही कई वार्ड में इन्हें तैयार कर लिया जाएगा। नगर निगम के बजट में मोटे अनाजों यानी मिलेट्स को बढ़ावा देने का प्रावधान भी है। नगर निगम ने नए वित्तीय वर्ष में इंदौर में मिलेट्स कैफे खोलने की भी योजना बनाई है। इसका उद्देश्य लोगों को बेहतर खानपान और स्वास्थ्य की ओर जागरूक करना होगा। सांसद शंकर लालवानी ने हाल ही में जनसहयोग से दो लाख से अधिक लोगों की जांचें करवाई जिसमें एक लाख लोगों को अपने शरीर की कमियों की जानकारी मिली। यह प्रिवेंटिव हेल्थ का प्रोजेक्ट था जिसका उद्देश्य था लोगों को शरीर की कमियों की जानकारी देकर उन्हें भविष्य में होने वाली बीमारियों के प्रति पहले ही आगाह करना। इससे वे सचेत हों और बीमार न पड़ें।

सोलर – 300 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य

इंदौर की इमारतों की छतों पर 300 मेगावाट सौर बिजली उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। अभी 40 मेगावाट बिजली पैदा होती है। शहर में पहले चरण के दौरान सरकारी इमारतों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जाएंगे। शहर को सोलर सिटी बनाने के लिए अभियान चलाया जाएगा ताकि कम खर्च में सुलभ तरीके से सौर ऊर्जा प्राप्त हो सके। सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने में कई तरह की मदद दी जाएगी। इसके लिए ऋण उपलब्ध कराने, संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया को सरल करने, एकल खिड़की सेवा प्रदान करने, सोलर संयंत्र लगाने वालों को प्रोत्साहित करने जैसे कार्य किए जाएंगे। नर्मदा जल को जलूद से इंदौर तक लाने में हर साल 300 करोड़ रुपए बिजली पर खर्च होते हैं। नगर निगम जलूद में सोलर संयंत्र स्थापित कर रहा है। इसके लिए 244 करोड़ रुपए के ग्रीन बांड जारी भी हो चुके हैं। जलूद में स्थापित किए जाने वाले सौर ऊर्जा संयंत्र की क्षमता 60 मेगावाट होगी। इसे बढ़ाकर 100 मेगावाट करने का लक्ष्य रखा गया है। जलूद सोलर संयंत्र स्थापित होने के बाद निगम के बिजली खर्च में प्रतिमाह 5 करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत होगी। स्मार्ट सिटी पोर्टल के मुताबिक कुल ऊर्जा का 10% सौर ऊर्जा का उपयोग करते हैं तो शहर को सोलर सिटी बना सकते हैं। इंदौर की कुल ऊर्जा की खपत 600 मेगावाट है।

ट्रैफिक – अतिक्रमण हट रहे, प्रमुख मार्ग भी वनवे किए

ट्रैफिक में सुधार के लिए कई स्तर पर प्रयास जारी हैं। हाल ही में इंदौर के मध्यक्षेत्र के प्रमुख मार्गों को वनवे किया है। इसमें नंदलालपुरा से लेकर राजमोहल्ला तक और बड़ा गणपति से लेकर कृष्णपुरा छत्री तक वनवे कर दिया है। इसमें बीच के मार्गों से लोग आ जा सकते हैं लेकिन बाकि के दोनों मुख्य मार्ग पर लोग सिर्फ वनवे में ही आ सकते हैं। ट्रैफिक को सुधारने के लिए अतिक्रमण हटाने की मुहिम भी तेजी से जारी है। दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने की समझाइश देकर उन्हें तीन दिन की मोहलत दी जा रही है। इसके बाद भी अगर अतिक्रमण नहीं हटाए जाते हैं तो निगम यहां अभियान चलाकर अवैध कब्जों को ध्वस्त कर रहा है। दुकानों के बाहर से सामान जब्त किया जा रहा है। इसी के चलते बाम्बे बाजार में पिछले सप्ताह ही बड़ी कार्रवाई की गई। 

डिजिटल सिटी – इंदौर की हर सड़क होगी कैमरे की निगाह में

इंदौर की हर सड़क को कैमरे की निगाह में कैद करने की तैयारी की जा रही है। ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम के सहयोग से सभी चौराहों पर हाई क्वालिटी कैमरे लगाए जा रहे हैं। नवंबर से ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के मोबाइल पर चालान आने लगे हैं। अभी यह नई टेक्नोलाजी की व्यवस्था चार चौराहों पर है आने वाले दिनों में हर चौराहे पर यह व्यवस्था होगी। वहीं 40 से अधिक चौराहों पर कैमरों से नजर रखी जा रही है ताकि नियम तोड़ने या अपराध करने वाले किसी भी वाहन चालक को आसानी से पकड़ा जा सके। डिजिटल सिटी के लिए 60 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसमें 150 चौराहों को फ्री वाई फाई जोन बनाया जाएगा। 

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