IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: वाराणसी के आईआईटी-बीएचयू गैंगरेप मामले में लंका पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। गैंगरेप मामले में पीड़िता का पहला मेडिकल करने वाले डॉ. हेमंत शर्मा को पुलिस ने चार्जशीट से हटा दिया।
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: चार्जशीट में उनका बयान तक दर्ज नहीं किया गया। उन्हें गवाहों की सूची में भी शामिल नहीं किया गया। पुलिस ने मामले में सिर्फ 2 गवाहों को शामिल किया, जबकि तीन गवाह खुद पुलिस कर्मी हैं।
डॉक्टर ने कोर्ट में कहा-छात्रा के शरीर पर चोट के निशान
17 जनवरी को कोर्ट में डॉ. अनामिका की गवाही से साफ हो गया था कि पहला मेडिकल करने वाले डॉक्टर ने कई टेस्ट भी किए थे। इसके बाद अभियोजन पक्ष ने धारा-311 के विशेषाधिकार के तहत 23 जनवरी को विवेकानंद अस्पताल के डॉक्टर को तलब किया था।
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: डॉ. हेमंत शर्मा ने गुरुवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट में गवाही दी। उन्होंने बताया कि छात्रा जब आई तो उसके शरीर पर चोट के निशान थे। चेहरे पर निशान साफ दिख रहे थे, हाथ पर भी खरोंच के निशान थे।
डॉ. हेमंत की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने बढ़ाई धाराएं
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: कोर्ट में यह भी स्पष्ट हुआ कि पुलिस ने केस दर्ज किया। फिर डॉ. हेमंत शर्मा ने प्राथमिक मेडिकल किया। पीड़िता को इंटरनल मेडिकल के लिए कबीरचौरा महिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसकी रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने केस में धाराएं बढ़ाईं।
डॉक्टर से अभियोजन पक्ष के अलावा कोर्ट में कुणाल पांडेय समेत तीनों आरोपियों के वकीलों ने जिरह की। उन्होंने कोर्ट में पांच सवालों के जवाब दिए। हालांकि अब अगली तारीख पर कोर्ट ने केस लिखने वाले लंका थाने के मुंशी को तलब किया है। मामले की सुनवाई 27 जनवरी को होगी।
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: पुलिस ने विवेकानंद अस्पताल के डॉक्टर हेमंत शर्मा को अपनी चार्जशीट में शामिल नहीं किया। डॉक्टर को चार्जशीट का हिस्सा ही नहीं बनाया गया। कोई बयान भी दर्ज नहीं किया गया।
डॉ. अनामिका ने कहा- दुष्कर्म से इनकार नहीं किया जा सकता
17 जनवरी को डॉ. अनामिका कोर्ट में पेश हुईं। उन्होंने दो पेज का बयान दर्ज कराया। उनके बयान में कई अहम बातें सामने आईं। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म संबंधी हिंसा से इनकार नहीं किया जा सकता।
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: इस मामले में पीड़ित छात्रा फिलहाल बेंगलुरु में है और 1 फरवरी के बाद कोर्ट में पेश होगी। कोर्ट ने छात्रा को वर्चुअली पेश होने और जिरह की अनुमति दी है, जिसके खिलाफ आरोपियों ने हाईकोर्ट में अपील की है।
छात्रा ने 22 अगस्त को अपना बयान दर्ज कराया था
अभियोजन पक्ष की वकील बिंदु सिंह ने बताया- कोर्ट ने आईआईटी-बीएचयू गैंगरेप की सुनवाई में तेजी लाई है। मामले में छात्रा को कोर्ट ने सबसे पहले 22 अगस्त 2024 को बुलाया था। फिर छात्रा को पुलिस सुरक्षा में कोर्ट में पेश किया गया।
छात्रा ने अपने साथ हुई घटना को कोर्ट के सामने रखा। बताया कि तीनों आरोपियों ने हैवानियत की। धमकी देकर भाग गए। घटना के बाद से वह कई तरह का दबाव महसूस कर रही है। उसे बाहर जाने में डर लगता है, इसलिए वह ज्यादातर समय हॉस्टल में ही रहती है।
8 महीने बाद ट्रायल, 12 बार जिरह के लिए तलब
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: 18 जुलाई 2024 से जिला एवं सत्र न्यायालय की फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल शुरू हुआ। इस सुनवाई के दौरान छात्रा ने 22 अगस्त तक अपना बयान दर्ज कराया। इस बीच आरोपी को जमानत मिल गई।
छात्रा को जुलाई से दिसंबर तक 12 बार आरोपी की मौजूदगी में कोर्ट में तलब किया जा चुका है। कोर्ट ने उससे 8 बार जिरह की है। जबकि 4 बार वह अलग-अलग कारणों से नहीं आ सकी। कभी आरोपी की अपील, कभी अगली तारीख, इन सबके बीच उसके बयान पर जिरह अभी तक पूरी नहीं हो पाई है।
घटना वाली रात क्या हुआ था? एफआईआर से जानिए…
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: पीड़िता ने 2 नवंबर को पुलिस को दी शिकायत में कहा था, ‘मैं 1 नवंबर की रात 1:30 बजे अपने हॉस्टल से किसी जरूरी काम से निकली थी। कैंपस के गांधी स्मृति चौक के पास मेरी मुलाकात मेरी सहेली से हुई।
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: हम दोनों साथ जा रहे थे, तभी करमन बाबा मंदिर से करीब 300 मीटर दूर पीछे से एक बुलेट आई। उस पर 3 लड़के सवार थे। उन लोगों ने बाइक रोककर मुझे और मेरे दोस्त को रोक लिया।
इसके बाद उन लोगों ने हमें अलग कर दिया। मेरा मुंह बंद कर दिया और एक कोने में ले गए। वहां पहले उन्होंने मुझे चूमा, फिर मेरे कपड़े उतरवाए। मेरा वीडियो बनाया और फोटो खींचे। जब मैं मदद के लिए चिल्लाई तो उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी दी। करीब 10-15 मिनट तक मुझे अपने कब्जे में रखा और फिर छोड़ दिया।
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: जब मैं अपने हॉस्टल की तरफ भागा तो पीछे से बाइक की आवाज आने लगी। डर के मारे मैं एक प्रोफेसर के घर में घुस गया। मैं वहां 20 मिनट तक रुका और प्रोफेसर को फोन किया। प्रोफेसर ने मुझे गेट तक छोड़ा।
IIT BHU Gang Rape Victim Medical Doctor In FTC Cort Varanasi: इसके बाद संसद सुरक्षा समिति के राहुल राठौर मुझे आईआईटी-बीएचयू के पेट्रोलिंग गार्ड के पास ले गए। जहां से मैं सुरक्षित अपने हॉस्टल पहुंच सका। तीनों आरोपियों में से एक मोटा, दूसरा पतला और तीसरा मध्यम कद का था।
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