Gwalior: नायब सूबेदार अपने हक के लिए दर-दर भटकने पर हुआ मजबूर, अपर कलेक्टर ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए
नायब सूबेदार विजय सिंह और अपर कलेक्टर आशीष तिवारी
– फोटो : Amar Ujala
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ग्वालियर में जनसुनवाई में पहुंचे नायब सूबेदार विजय सिंह ने जिले के अपर कलेक्टर आशीष तिवारी के सामने अपना यह दर्द जाहिर किया। विजय सिंह देश की सेवा में सिक्किम बॉर्डर पर तैनात सेना में नायब सूबेदार के तहत पदस्थ हैं। उन्होंने अपर कलेक्टर को बताया कि वह अपने हक के लिए दर-दर भटक रहे हैं। उनके प्लॉट पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। उसे हटवाने के लिए हर दफ्तर के चक्कर काट लिए, लेकिन हक नहीं मिल पाया। इस पर प्रभारी कलेक्टर ने मामले में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
बिल्डर ने किया प्लॉट पर कब्जा
नायब सूबेदार विजय सिंह ने बताया कि उन्होंने दो वर्ष पहले खुरेरी क्षेत्र में बेहटा गांव के पास दो प्लॉट भारत मंडेलिया नाम के किसान से खरीदे थे। प्लॉट की खरीद एक बीजेपी के नेता के रिश्तेदार रवी प्रकाश कुशवाहा के जरिए हुई थी। लेकिन जब कब्जा लेने की बारी आई और वहां पहुंचे तो पता चला कि उन प्लॉटों पर डॉ. विशाल यादव नाम के बिल्डर ने कब्जा कर लिया है। जब उन्होंने अपने प्लॉट पर कब्जा लेना चाहा तो डॉ. विशाल यादव ने दबंगई दिखाते हुए प्लॉट पर कब्जा देने से इनकार कर दिया।
प्लॉट पर कब्जा देने के लिए मांगे लाखों रुपये
नायब सूबेदार का कहना है कि उनके प्लॉट पर कब्जा किए बैठे डॉ. विशाल यादव प्लॉट पर कब्जा देने के बहाने उससे उल्टा लाखों रुपए की मांग कर रहा है। नायब सूबेदार ने बताया कि उसने मेहनत की कमाई में से थोड़े-थोड़े रुपये जोड़कर यह प्लॉट खरीदे थे। लेकिन दबंगों के कब्जा होने के कारण वह और उनका परिवार मानसिक रूप से काफी परेशान है।
‘आरोपियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई करेंगे’
इस मामले में सैनिक की शिकायत के बाद प्रशासनिक अधिकारी भी इस मामले पर गंभीर हुए। प्रभारी कलेक्टर आशीष तिवारी ने बताया कि वे इस मामले की जांच करा कर आरोपियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई करेंगे। साथ ही जांच में आए तथ्यों के अनुसार सैनिक को उनके प्लॉट का कब्जा दिलाया जाएगा।