Khajuraho Dance Festival: खजुराहो नृत्य समारोह का भव्य शुभारंभ, चंदेलों की धरा पर बिखरेगा कला-संस्कृति का वैभव

विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में ‘खजुराहो नृत्य समारोह-2023’ का शुभारंभ सोमवार को हुआ। 49वें खजुराहो नृत्य समारोह में इस बार भी भरत नाट्यम से लेकर कथक, कुचिपुड़ी तक सभी नृत्य शैलियां सांस्कृतिक वैभव बिखेरेंगी।
मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग और उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी द्वारा आयोजित इस समारोह में देश-दुनिया के लोकप्रिय कलाकार अपनी नृत्य प्रस्तुतियां देने के लिए खजुराहो आए हैं।
खजुराहो कला, संस्कृति व अध्यात्म का बड़ा केंद्र : वीडी शर्मा
खजुराहो के सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि खजुराहो नृत्य समारोह ने देश दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है। यह कला संस्कृति और अध्यात्म का बड़ा केंद्र बनकर उभरा है। वे खजुराहो में विश्व प्रसिद्ध खजुराहो नृत्य समारोह के शुभारंभ को संबोधित कर रहे थे। सांसद शर्मा ने कहा कि खजुराहो विश्व धरोहर है।
22 फरवरी से जी—20 सांस्कृतिक समूह की बैठक
इस बार के खजुराहो नृत्य समारोह का खास महत्व है क्योंकि 22 फरवरी से जी—20 देशों के सांस्कृतिक समूह की बैठक होने जा रही है। वीडी शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 56 स्थानों में से खजुराहो को चुना यह हमारे लिए गर्व की बात है और इससे खजुराहो एक बार फिर विश्व पटल पर चमकेगा। जी 20 समूह की बैठक खजुराहो में करने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
रूपंकर कला सम्मान प्रदान किए
सांसद शर्मा ने इस अवसर पर राज्य रूपंकर कला पुरस्कार 2023 के पुरस्कार भी प्रदान किए। शुरू में अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत अकादमी के निदेशक जयंत माधव भिसे ने किया जबकि स्वागत भाषण संचालक संस्कृति अदिति कुमार त्रिपाठी ने दिया। अंत में ए एस आई के अधीक्षक शिवकांत बाजपेई ने सभी का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का संचालन सुश्री मृदु त्रिपाठी ने किया।
इन्हें मिले राज्य रूपंकर कला पुरस्कार
राज्य रूपंकर कला पुरस्कारों में वर्ष 2022—23 के लिए देवकृष्ण जटाशंकर जोशी पुरस्कार जबलपुर के अमित कुमार सिन्हा को कलाकृति ‘द शाइनिंग मेकर’ के लिए, मुकुंद सखाराम भांड पुरस्कार भोपाल की सुश्री समीक्षा राठौर को ‘शीर्षक विहीन’ के लिए, सैयद हैदर रजा पुरस्कार भोपाल के पॉपिल मन्ना को ‘डेप्थ ऑफ फेयरनेशन’ के लिए, दत्तात्रेय दामोदर देवलालीकर पुरस्कार धार के प्रेम कुमार सिंह को ‘अनटाइटल 1’ के लिए, जगदीश स्वामीनाथन पुरस्कार भोपाल के मान सिंह व्याम को ‘जिंदगी एक सफर के लिए’, विष्णु चिंचालकर पुरस्कार इंदौर के ‘उपेंद्र उपाध्याय’ को ‘सेमल की बहार’ के लिए, नारायण श्रीधर बेंद्रे पुरस्कार ग्वालियर के ओमप्रकाश माहौर को ‘रंगों का बचपन’ के लिए, रघुनाथ कृष्णराव फड़के पुरस्कार भोपाल के गिरीश बा. उरकुड़े को ‘अनटाइटल 2 के लिए’, राममनोहर सिन्हा पुरस्कार भोपाल की शिवानी दुबे को ‘हिस्टोरीसिटी 6’ के लिए और लक्ष्मीशंकर राजपूत पुरस्कार जबलपुर की अंजलि राऊत को ‘प्रिंटेड क्वीन 1’ के लिए प्रदान किया गया। इन कलाकारों को 51 हजार रुपए की सम्मान निधि, एवम प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।