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MP में लड़कों के हॉस्टल में कहां से आई लड़की ? पुलिस की छापेमारी में उड़े होश, छात्रावास अधीक्षक सस्पेंड, जानिए हॉस्टल की सीक्रेट कहानी ?

गणेश मरावी,डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में छात्रावास अधीक्षकों की लापरवाही लगातार सामने आ रही है। उसके बाद भी उच्चाधिकारियों के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। छात्रावासों में रह रहे विद्यार्थियों के लिए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं, जिसके चलते लगातार छात्रावासों से छात्राएं गायब हो रही हैं। इसी बीच एक लड़कों के हॉस्टल में लड़की मिलने की खबर सामने आई है।

दरअसल, डिंडौरी में संचालित बालक छात्रावास में अचानक पुलिस ने छापा मार दिया, जहां से एक छात्रा को बरामद की गई है। बालक छात्रावास से लड़की मिलने से हड़कंप मच गया है। वहीं कार्यों के प्रति गंभीर लापरवाही बरतने पर छात्रावास अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।

ये है पूरा मामला

करंजिया विकासखंड अंतर्गत संचालित एकलव्य आदर्ष आवासीय विद्यालय करंजिया छात्रावास में रहने वाली छात्रा विगत दिनों छात्रावास से गायब हो गई थी, जिसकी सूचना 6 फरवरी 2024 को प्राचार्य और अधीक्षक के द्वारा पुलिस को दी थी। सूचना के आधार पर पुलिस छात्रा की तलाश कर रही थी। वहीं अचनाक पुलिस ने डिंडौरी में संचालित सीनियर बालक छात्रावास में छापे मार कार्रवाई की, जहां से बालक छात्रावास के कमरे से छात्रा को बरामद किया गया है।

कड़ी निर्देश के बाद भी बरती जा रही लापरवाही

बताया गया कि बालक छात्रावास डिंडौरी में राजेश चौरे अधीक्षक के पद पर पदस्थ है। जिले में विभागीय बैठकों में प्रत्येक माह छात्रावास में निवास करने एंव छात्र-छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए कड़े निर्देश दिए गए हैं। साथ ही विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को भी छात्रावास सुरक्षा को लेकर भ्रमण करने के निर्देश दिए गए हैं।

बावजूद इसके राजेश चौरे अधीक्षक विभागीय छात्रावासों के दिशा-निर्देश के अनुरूप कार्यालय एवं वरिष्ठ अधिकारियों को धौके में रखकर छात्रावास नियमों के अनुसार पदीय दायित्वों का निवर्हन नहीं किए जाने से छात्रों द्वारा छात्रावास में छात्रा को बालक छात्रावास के कक्ष में प्रवेश कराके रूकवाया गया।

उच्चाधिकारियों को नहीं दी जानकारी

सम्पूर्ण घटना उपरांत न तो विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को न ही सहायक आयुक्त कार्यालय को कोई जानकारी नहीं दी गई। कार्यालय को पुलिस से जानकारी प्राप्त होने के बाद लगभग सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला एवं कार्यालय के अन्य कर्मचारियों द्वारा मोबाइल से 25 बार सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन फोन नहीं उठाया।

चौरे की लापरवाही से हो सकती थी बड़ी घटना

विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लेखापाल पी.के. चंदेल के माध्यम से खोजबीन कराई गई। खोज करने पर चर्चा की तो चैरे के उक्त कृत्य के प्रति संवेदन नहीं पाया गया, जिससे स्पष्ट होता है कि चैरे एक स्वेच्छाचारी है। यदि पुलिस द्वारा सावधानी से कार्यवाही नहीं की जाती तो चौरे की लापरवाही के कारण बहुत बड़ी घटना हो सकती थी।

समनापुर में किया गया अटैच

राजेश चौरे अधीक्षक जनजातीय बालक छात्रावास डिंडौरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। चौरे का मुख्यालय उ.मा.वि. चांदरानी विकास खण्ड समनापुर जिला डिंडौरी निर्धारित किया जाता है।

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