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गरियाबंद में वन्य जीवों का कत्ल ? वन विभाग हत्याएं रोकने में नाकाम, अभ्यारण्य में शिकारी क्यों हो रहे बेलगाम ?

गिरीश जगत, गरियाबंद: उदंती सीतानदी अभयारण्य में वन्य जीवों का लगातार कत्ल हो रहा है, लेकिन वन विभाग मर्डर पर लगाम लगाने में नाकाम है। शिकार निरोधक टीम ने गरियाबंद जिले में तेंदुए की खाल बेचने की फिराक में घूम रहे ओडिशा के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

आपको बता दें कि 27 नवंबर को उदंती सीतानदी अभयारण्य की अवैध शिकार विरोधी टीम को सूचना मिली थी कि बिरीघाट इलाके में कुछ संदिग्ध तेंदुए की खाल बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहे हैं. इस सूचना पर टीम ने तेंदुए की खाल के साथ तीन आरोपियों को हिरासत में लिया.

शिकार मामले में एक और आरोपी है, जिसकी पहचान की जांच की जा रही है. कश्यप ने कहा कि इन पेशेवर तस्करों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है। आगे बड़ी सफलता की उम्मीद है.

आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई कर 28 तारीख को देवभोग न्यायालय में पेश किया गया, जहां से तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.

इस अभियान में सुशील सागर रेंजर इंदागांव, चंद्रबली ध्रुव उपनोडल अधिकारी, राकेश मार्कडेय, चुरामन धृत लहरे, ओमप्रकाश राव, फलेश्वर दीवान, ऋषि ध्रुव एवं अन्य वन कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।

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