
गरियाबंद से गिरीश जगत की रिपोर्ट
Gariaband Mainpur Fertilizer shortage Farmers surrounded SDM office: गरियाबंद जिले के आदिवासी ब्लॉक मैनपुर में यूरिया, डीएपी और पोटाश खाद की किल्लत को लेकर किसानों का गुस्सा भड़क गया। मंगलवार को मूसलाधार बारिश के बीच किसान संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों किसान छाता लेकर रैली निकालते हुए एसडीएम दफ्तर पहुंचे और नारेबाजी की।
किसानों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि तीन दिन के भीतर सहकारी समितियों के माध्यम से पर्याप्त खाद नहीं मिली तो नेशनल हाईवे जाम कर देंगे।

दो ट्रक खाद पहुंचते ही चक्का जाम टला
समिति के अध्यक्ष टीकम कपिल ने बताया कि मांग के अनुरूप खाद की सप्लाई नहीं हो रही थी। मंगलवार को किसानों ने हाईवे जाम का एलान किया था, लेकिन प्रशासन ने पहले ही दो ट्रक यूरिया सहकारी समिति तक पहुंचा दिया। इसके बाद किसानों ने फिलहाल चक्काजाम टाल दिया और अफसरों से बातचीत पर सहमति जताई।
कालाबाजारी पर भी उठाए सवाल
बैठक में किसानों ने आरोप लगाया कि बाजार में यूरिया, डीएपी और पोटाश खुलेआम तीन गुना दाम पर बिक रहा है। किसान बोले—“छापा मारने से पहले ही दुकानदारों को सूचना दे दी जाती है और दुकानें बंद हो जाती हैं। विभाग के अफसर सरकार की छवि खराब कर रहे हैं, इन पर कार्रवाई होनी चाहिए।”

थाना प्रभारी ने निभाई अहम भूमिका
किसान संघर्ष समिति द्वारा चक्का जाम की तैयारी पूरी थी और गांव-गांव मुनादी भी करवाई गई थी। लेकिन मैनपुर थाना प्रभारी शिवशंकर हुर्रा ने किसानों को समझाकर और विश्वास दिलाकर आंदोलन को टलवाने में अहम भूमिका निभाई।
बैठक में मौजूद रहे
इस दौरान समिति अध्यक्ष टीकम सिंह कपिल, संरक्षक खेदू नेगी, प्रेमसाय जगत, छबि दीवान, सियाराम ठाकुर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव, महामंत्री गेन्दू यादव, एलियाल बाघमार, बलिराम ठाकुर समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
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