गिरीश जगत, गरियाबंद। 4 दिनों से खराब देवभोग का 108 वाहन खराब पड़ी है. 27 किमी दूर अमलीपदर की 108 वाहन आते देर हो गई. सड़क दुर्घटना में घायल युवक को घेरकर लोग तमाशा देखते रहे. परिजन आकर अस्पताल में भर्ती कराए, तब तक खून बह गया था, युवक की मौत हो गई.
दरअसल, देवभोग झखरपारा रोड में दो बाइक आपस में भिड़ गए. दोनों के चालक लहूलुहान होकर पड़े थे. इस दुर्घटना में घायल माड़ागाव निवासी प्रदीप बीसी उम्र 30 वर्ष की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दूसरा चालक कुम्हड़ी कला निवासी 18 वर्षीय बिंदुराम का उपचार रायपुर के निजी अस्पताल ने जारी है.
बिंदूराम के बाएं कलाई और सिर में गम्भीर चोट है. विवेचना अधिकारी राजेश मिश्रा ने कहा कि मामले में दूसरे वाहन चालक के विरूद्ध 304 ए का मामला पंजीबद्ध कर विवेचना जारी है.
देखते रहे लोग, परिजनों ने भर्ती कराया अस्पताल में
हादसे के बाद लोगो की भीड़ घायलों को घेर कर देखते रही. भिड़ में से किसी ने अस्पताल पहुंचाना जरूरी नहीं समझा. दोनों घायलों को भीड़ पहचान रही थी. इसलिए उनके घरों में कॉल कर के सूचना दे दी. बिंदुराम का गांव आधे किमी पर था, उसके परिजन पहले आए. प्रदीप का गांव 4 किमी दूर था. परिजन पहुंचे तब तक काफी खून बह गया था.
3 किमी दूरी पर अस्पताल था. ले जाते ही आरंभिक उपचार कर रेफर कर दिया गया. जाते जाते राजिम के पास उसकी मौत हो गई. आज शव का पीएम कराया गया. मृतक के सिर और जबड़े में गम्भीर चोट थी. पीएम रिपोर्ट में हेड इंजुरी से मौत बताया गया है.
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इमरजेंसी सेवा पर उठ रहा सवाल
पिछले 4 दिनो से देवभोग अस्पताल को दिया गया 108 एंबुलेंस इंदागांव के पास खराब पड़ी थी. इमरजेंसी कॉल यहां से 27 किमी दूर अमलीपदर अस्पताल ट्रांसफर हो रहा था. जानकारी के बावजूद स्थानीय स्तर पर वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई. सोमवार के दिन घटना स्थल पर एंबुलेंस 1 घंटे में पहुंची. युवक की मौत के बाद एंबुलेंस सेवा को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है.
मामले में बी एम ओ सुनील रेड्डी ने कहा कि वाहन खराब की जानकारी एजेंसी को दे दी गई थी. उनसे व्यवस्था में चूक हुई है. अफसरों को अवगत करा दिया गया है.
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