Indore Murder News: कॉलगर्ल बनने के लिए वंदना रघुवंशी कर रही थी ब्लैकमेल, सहेली ने भाइयों को साथ लेकर मार दिया

सार
पाटनीपुरा निवासी वंदना रघुवंशी की हत्या का खुलासा हो गया है। उसकी सहेली ने ही अपने भाइयों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी है। वंदना रघुवंशी ने कुछ वीडियो बना लिए थे और सहेली को कॉलगर्ल बनने के लिए ब्लैकमेल कर रही थी।

वंदना की गला रेत कर हत्या कर दी गई
– फोटो : SOCIAL MEDIA
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विस्तार
इंदौर के एरोड्रम क्षेत्र मेें 28 नवंबर को हुई 34 वर्षीय वंदना रघुवंशी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। वंदना की हत्या उसके साथ काम करने वाली सहेली नैना ने ही करवाई थी। दोनों देह व्यापार में लिप्त थीं। वंदना ने उसके कुछ वीडियो ले रखे थे। उसे मां को भेजने की बार-बार धमकी देती थी। इसी वजह से नैना ने अपने भाइयों को साथ लिया और वंदना को मार डाला। पुलिस ने देवास से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को काॅलोनी मेें लगे सीसीटीवी कैमरों से आरोपियों का सुराग मिला था। नैना दो युवकों के साथ जाते हुए दिखाई दी थी। पुलिस अफसरों नेे उससे सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गई और हत्या कबूल की।
पाटनीपुरा निवासी वंदना रघुवंशी की 28 नवंबर को हत्या हो गई थी। पुलिस के मुताबिक वंदना ने विद्या पैलेस में मकान किराये से ले रखा था। वहां वह माही और नैना नामक युवतियों से देह व्यापार करवाती थी। पुलिस ने जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया। पता चला कि नैना दो युवकों के साथ हत्या की रात दिखाई दी थी। उसके साथ दो युवक भी थे। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो नैना ने हत्या कबूल की। उसने बताया कि वंदना के पास उसके कुछ अश्लील वीडियो थे। उसके घर पर नहीं पता था कि वह कॉलगर्ल का काम करती है। वह घर से बुटिक पर काम करने का बहाना बनाकर इंदौर आती थी। फिर इंदौर आकर कॉलगर्ल के धंधे में लग जाती थी। वंदना वीडियो सार्वजनिक करने और मां को भेजने की धमकी देती थी। ताकि नैना उसे छोड़कर देवास न जाए और उसके लिए कॉलगर्ल का काम करती रहे।
मुंहबोले भाइयों का लिया साथ
नैना ने मुंहबोले भाई अशोक सूर्यवंशी और गोलू को वंदना की हत्या के लिए राजी किया। बदले में दो लाख रुपये देने की बात की थी। हत्या वाले दिन आरोपी आरी लेकर आए थे। पहले उन्होंने वंदना की आंखों में मिर्ची डाली। इसके बाद आरी से उसका गला काट दिया था। पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए पांच दिन का समय लिया। वंदना के फोन कॉल्स के डिटेल्स खंगाले। हत्या से पहले वंदना की जिन लोगों से बात हुई थी, उनसे पूछताछ की। साथ रहने वाली माही और नैना की काॅल डिटेल की जांच भी की। इससे हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने में पुलिस को मदद मिली।