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अनूपपुर में करोड़ों के खेल पर EOW की रेड: CMHO, BMO, ADM, बाप-बेटे और बहू समेत 13 पर FIR, 50 गुना ज्यादा रेट में मशीनों की खरीदी, पढ़िए छापे की सीक्रेट मिस्ट्री ?

EOW raid on scam worth crores in Anuppur: मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले को कौन नहीं जानता। यहां कदम-कदम पर घोटाले, करप्शन और चढ़ावे की खबरें आम बात है. बिना सेटिंग पत्ता तक नहीं हिलता। इसी बीच EOW की छापेमारी से हड़कंप मच गया है। बुधवार को EOW की टीम अनूपपुर पहुंची और CMHO कार्यालय में दस्तावेज खंगाले। बताया जा रहा है कि CMHO, ADM, बाप-बेटे और बहू समेत 13 पर FIR दर्ज है। इन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

दरअसल, दवा और कोरोना टेस्टिंग किट की खरीदी में हेराफेरी के मामले की जांच करने आर्थिक अपराध शाखा रीवा की टीम बुधवार को अनूपपुर पहुंची। टीम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में मूल दस्तावेजों की जांच की। कोरोना काल में की गई खरीदी में 2019 से 2022 के बीच खरीदे गए उपकरणों की शिकायत तत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर द्वारा (ईओडब्ल्यू) से की गई थी।

3 फर्मों के 5 संचालकों के खिलाफ FIR दर्ज

जांच रिपोर्ट के आधार पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने तत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और अपर कलेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. साथ ही उपकरण सप्लाई करने वाली भोपाल निवासी 3 फर्मों के 5 संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें 10999 रुपये में मिलने वाला जंबो साइज ऑक्सीजन सिलेंडर 16900 रुपये में और 68 रुपये का आरएफ किट 4156 रुपये में खरीदा गया.

तय रेट से कई गुना अधिक दाम पर खरीदारी की गयी

यहां मध्य प्रदेश लोक स्वास्थ्य निगम द्वारा 14 उपकरण स्वीकृत दर से कई गुना अधिक कीमत पर खरीदे गए. मामले की जांच आर्थिक अपराध जांच ब्यूरो (EOW) ने की थी. जांच रिपोर्ट के आधार पर ईओडब्ल्यू ने तत्कालीन सीएमएचओ, एडीएम के खिलाफ मामला दर्ज किया है. साथ ही उपकरण सप्लाई करने वाली 3 फर्मों के 5 संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. ये सभी भोपाल के रहने वाले हैं.

13 लोगों को आरोपी बनाया गया

इस मामले में 27 मार्च 2024 को 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है. अनूपपुर के तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीडी सोनवानी, तत्कालीन स्टोर कीपर रामखेलावन पटेल, तत्कालीन लेखाधिकारी सीएमएचओ कार्यालय महेश कुमार दीक्षित, स्वर्गीय बीडी सिंह, तत्कालीन एडीएम अनूपपुर, डॉ. एसआर परस्ते, तत्कालीन सिविल सर्जन अनूपपुर एवं अध्यक्ष क्रय समिति जिला चिकित्सालय,अनूपपुर सम्मिलित हैं.

आरोपियों में बीएमओ का नाम भी शामिल

इसके अलावा डॉ. बीपी शुक्ला, चिकित्सा विशेषज्ञ एवं बीएमओ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतहरी, सदस्य क्रय समिति, डॉ. डीके कोरी, निश्चेतना विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय अनूपपुर एवं सदस्य क्रय समिति, डॉ. मोहन सिंह, श्याम मेडिकल एवं सदस्य क्रय समिति, सुनैना तिवारी, संचालक मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल्स प्राइवेट, गौतम नगर भोपाल, जितेंद्र तिवारी, संचालक मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल्स प्रा. लिमिटेड, गौतम नगर भोपाल, अनुजा तिवारी, गौतम नगर, भोपाल, शैलेन्द्र तिवारी, गौतम नगर, भोपाल, महेश बाबू शर्मा, गौतम नगर, भोपाल के नाम भी शामिल हैं.

3 फर्मों ने 13 उपकरणों की आपूर्ति की

ईओडब्ल्यू की जांच में पता चला कि मेसर्स सिंको इंडिया लिमिटेड इंदौर, मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड और एनुसेल्स कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड से 13 तरह के उपकरण खरीदे गए. तीनों फर्मों के संचालक भोपाल के गौतम नगर में रहते हैं. साथ ही, फर्म के निदेशकों के बीच का रिश्ता पिता-पुत्र और बहू का है.

EOW की जांच में चौंकाने वाला खुलासा

आपको बता दें कि ईओडब्ल्यू की जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं. करोड़ों रुपए का यह घोटाला सीएमएचओ डॉ. बीड़ी सोनावणे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राम खिलावन पटेल और एडीएम बीडी सिंह के कार्यकाल में हुआ. इसके अलावा ईओडब्ल्यू ने पांच सप्लायर्स को भी आरोपी बनाया है.

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