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पर्यावरण सप्ताह: IGNTU के कुलपति प्रकाश मणि त्रिपाठी ने जयपुर में कहा- रेत को मिट्टी बनाना है, तो पौधा लगाना है

अनूपपुर। नेस्ट एकड़मिक ऑफ़ इवेंट मैनेजमेंट एंड डेवलपमेंट जयपुर (NAEMD) कैम्पस में पर्यावरण सप्ताह मनाया जा रहा है. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के कुलपति प्रो. प्रकाश मणि त्रिपाठी और श्रीशील मण्डल की अध्यक्ष शीला त्रिपाठी उपस्थित हुए. इस अवसर पर संस्थान में अतिथियों के साथ मिलकर सामूहिक वृक्षारोपण किया गया.

मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित प्रोफेसर प्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि इस बार विश्व पर्यावरण दिवस 2022 ‘केवल एक पृथ्वी’ ध्येय के साथ मनाया जा रहा है, जिसकी मेजबानी स्वीडन कर रहा है. आज पर्यावरण में फैला प्रदूषण धीरे-धीरे वैश्विक संकट बनता जा रहा है. जिसके प्रति लोगों को जागरूक करने का दिन प्रकृति दिवस ही है.

इसके खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए ही इस दिन की शुरुआत वर्ष 1973 से की गई थी. प्रदूषण के कारण पृथ्वी से लेकर वायु मंडल व इस पर रहने वाले सभी जीव-जंतुओं के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. वनों की अनियंत्रित कटाई इसका मुख्य कारण है. जिसके परिणाम स्वरूप बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग, चक्रवात, बाढ़, तूफान आदि का खतरा दुनिया पर मंडरा रहा है.

वैज्ञानिक व पर्यावरणविद् लगातार इसे लेकर लोगों को जागरूक होने की सलाह दे रहे हैं. ऐसे में सभी को जरूरत पौधारोपण की है. यदि हम एक पेड़ काटते हैं, तो अपने लिए न सही अपनी आने वाले पीढ़ी के लिए सैकड़ों पौधे लगाएं. राजस्थान के लिए हमारा ध्येय होना चाहिए – रेत को मिट्टी बनाना है, तो पौधा लगाना है.

विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई देते हुए श्रीशील मण्डल की अध्यक्ष शीला त्रिपाठी ने कहा कि मां की ममता और पेड़ का दान, दोनों जन का कल्याण करते है. इसलिए हमें पर्यावरण दिवस पर संकल्प लेना चाहिए कि हम एक पौधा लगाएंगे, उसकी देखभाल करेंगे और उसको अपना मित्र बनाएंगे. यदि हमने ऐसा कर लिया तो वह दिन दूर नहीं जब हम पृथ्वी माँ का श्रृंगार हरियाली से करेंगे.

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