Employment assistant arrested taking bribe in Singrauli: मध्य प्रदेश में बिना रिश्वत दिए कुछ काम नहीं होता है. सरकारी काम में आपको रिश्वत देकर ही आगे बढ़ना होगा. यह विभाग में चल रहा है. भ्रष्टाचार पर शिंकजा जरूर कसा जा रहा, लेकिन लगाम लगा पाना मुश्किल है. सिंगरौली जिले में लोकायुक्त पुलिस ने एक रोजगार सहायक को सरपंच से दूसरी बार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता सरपंच सुखेंद्र सिंह निवासी बेलगांव तहसील सरई जिला सिंगरौली ने रीवा लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें कहा था कि ग्राम बेलगांव में पदस्थ रोजगार सहायक राकेश प्रजापति ने 12 कार्यों की मूल्यांकन पुस्तिका उपलब्ध कराने के एवज में 6 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की है.
इसके पहले भी रोजगार सहायक हितग्राहियों के मूल्यांकन कार्य के लिए 3000 की रिश्वत ले चुका है. शिकायत के बाद रीवा लोकायुक्त ने मामले की जांच कर शुक्रवार को उसे 6 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया. रोजगार सहायक के खिलाफ भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है.
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यदि आपके यहां भी इस तरह का भ्रष्टाचार चल रहा है, तो हमें इसकी जानकारी भेजें. वीडियो बनाकर भेजे. हम उनकी खबर प्रकाशित करेंगे या फिर लोकायुक्त से शिकायत करें. जिससे भ्रष्ट सरकारी अधिकारी-कर्मचारी बेनाकाब हो सके. उन पर शिकंजा कसा जा सके.
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