Durg-Visakhapatnam distance will be covered in 8 hours: छत्तीसगढ़ को दूसरी वंदे भारत ट्रेन मिलने जा रही है। यह ट्रेन दुर्ग से विशाखापत्तनम तक 566 किलोमीटर की दूरी करीब 8 घंटे में तय करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस वंदे भारत ट्रेन के संचालन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। ट्रेन की नई रेक मंगलवार देर रात दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंच गई। बुधवार को कोचिंग डिपो में रेक का परीक्षण किया गया। इसके बाद ट्रायल किया जाएगा।
डीआरएम ने हाल ही में दुर्ग स्टेशन का निरीक्षण कर बुनियादी तकनीकी व्यवस्थाओं की समीक्षा की थी। हाल ही में रेलवे बोर्ड ने देश के 7 जोन को वंदे भारत ट्रेन देने की घोषणा की थी। इनमें से एक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन भी है। जोन की दूसरी वंदे भारत, भगवा रंग की रेक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन की यह दूसरी वंदे भारत ट्रेन है। अभी तक जोन में सिर्फ एक वंदे भारत ट्रेन थी, जो बिलासपुर से नागपुर के बीच चल रही थी। अब दूसरी वंदे भारत ट्रेन को भगवा रंग में दिया गया है। हालांकि, डिजाइन और अन्य सुविधाएं एक जैसी ही हैं।
बिलासपुर से नागपुर रूट, किराया और समय
- दिसंबर 2022 में छत्तीसगढ़ की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस बिलासपुर से नागपुर के बीच शुरू की गई, जो सप्ताह में 6 दिन चलती है। जिसका स्टॉपेज बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, गोंदिया और नागपुर है। यह ट्रेन 5 घंटे में 409 किमी की दूरी तय करती है।
- इसमें एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 2045 रुपए और चेयर कार का किराया 1075 रुपए है। वहीं, सामान्य ट्रेन से जाने में करीब 7 घंटे का समय लगता है। जबकि किराया 250 रुपए है। इस ट्रेन की सफलता और यात्रियों की मांग को देखते हुए राज्य को दूसरी वंदे भारत ट्रेन दी जा रही है।
- बिलासपुर से रायपुर तक एग्जीक्यूटिव क्लास का टिकट 890 रुपए और चेयर-कार का टिकट 455 रुपए है।
- बिलासपुर से दुर्ग तक एग्जीक्यूटिव क्लास का टिकट 1000 रुपए और चेयर-कार का टिकट 515 रुपए है।
- बिलासपुर से राजनांदगांव तक एग्जीक्यूटिव क्लास का टिकट 1000 रुपए और चेयर-कार का टिकट 515 रुपए है। 1100 और चेयर कार का टिकट 556 रुपए है।
- बिलासपुर से गोंदिया तक एग्जीक्यूटिव क्लास का टिकट 1465 रुपए और चेयर कार का टिकट 745 रुपए है।
जानिए नई वंदे भारत ट्रेन का रूट
दुर्ग-विशाखापत्तनम वंदे भारत दुर्ग से शुरू होकर रायपुर, महासमुंद, खरियार रोड, कांटाभांजी, टिटलागढ़, रायगढ़ा, पार्वतीपुरम और विजयनगरम होते हुए विशाखापत्तनम पहुंचेगी। रेलवे की ओर से अभी स्टॉपेज और किराए की आधिकारिक जानकारी जारी नहीं की गई है और IRCTC की वेबसाइट पर इसकी बुकिंग भी शुरू नहीं हुई है।
सामान्य ट्रेन में समय और किराया
सामान्य ट्रेन से दुर्ग से विशाखापत्तनम जाने में करीब 16 घंटे लगते हैं। इस रूट के लिए सामान्य ट्रेन में सामान्य किराया 170 रुपए और स्लीपर का किराया 120 रुपए है। 320. 3AC का किराया 812 रुपये और 2AC का किराया 1169 रुपये है।
रायपुर में होगा कार्यक्रम
रायपुर में 15 सितंबर को एक विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। जिसमें राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मौजूद रहेंगे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन्हें औपचारिक आमंत्रण पत्र भेजा है।
प्रधानमंत्री टाटानगर में इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। जहां ओडिशा के लिए एक साथ तीन नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी। ओडिशा में पहले से ही तीन और वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। अब इनकी संख्या बढ़कर 6 हो जाएगी।
160 किमी प्रति घंटे की है रफ्तार
वंदे भारत ट्रेन भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है। यह ट्रेन महज 52 सेकंड में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है। फिलहाल रेलवे इसे 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चला रहा है, जिसे 200 किमी प्रति घंटे तक ले जाने की योजना है।
सुरक्षा से लैस वंदे भारत ट्रेन
इंजन: ट्रेन में सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन लगा होगा, यानी इसमें अलग से इंजन नहीं होगा। आगे और पीछे दोनों तरफ लोको पायलट केबिन बने हैं।
जीपीएस: चूंकि ट्रेन में जीपीएस सिस्टम है, इसलिए इसकी लोकेशन मोबाइल पर भी देखी जा सकती है। ट्रेन का समय और लोकेशन मोबाइल ऐप पर दिखाई देगी।
सीसीटीवी: सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी भी लगाए गए हैं।
वैक्यूम बेस्ड बायो टॉयलेट: कोच में लगे टॉयलेट वैक्यूम बेस्ड बायो टॉयलेट हैं। जैसे फ्लाइट में होते हैं। इससे टॉयलेट साफ रहेंगे।
इमरजेंसी पुश बटन: कोच में इमरजेंसी पुश बटन होगा, जिसे किसी भी तरह की इमरजेंसी में दबाया जा सकेगा।
यूरोपियन स्टाइल की कुर्सी: एग्जीक्यूटिव क्लास की कुर्सी यूरोपियन स्टाइल की आरामदायक सीट है, जो गोल्डन, वॉयलेट और पिंक कलर में है।
फ्लाइट जैसा लगेज रैक: इस ट्रेन के लगेज रैक में एलईडी डिफ्यूज्ड लाइट्स लगी हैं, जो अक्सर हवाई जहाज में लगाई जाती हैं।
वाईफाई कंटेंट ऑन डिमांड की सुविधा
- अन्य विशेषताओं में एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटें शामिल हैं।
- इसमें अलग से इंजन नहीं है। आगे और पीछे दोनों तरफ लोको पायलट केबिन हैं।
- सुरक्षा उद्देश्यों के लिए सीसीटीवी भी लगाए गए हैं।
- इस ट्रेन के लगेज रैक में एलईडी डिफ्यूज्ड लाइट्स हैं, जो अक्सर हवाई जहाजों में लगाई जाती हैं।
- वंदे भारत एक्सप्रेस में 16 पैसेंजर कार हैं। इसमें 1,128 लोगों के बैठने की क्षमता है।
- वंदे भारत एक्सप्रेस की बाहरी संरचना बुलेट ट्रेन की तरह है।
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