पूरन चंदेल, पुष्पराजगढ़। तिरुपति बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पुष्पराजगढ़ में जहर परोस रही है. यूं कहें की ग्रामीणों को मौत के मुंह में धकेल रही है. धूल के गुबार से अब लोगों को सांस लेने में तकलीफें होने लगी है. राहगीर हताश हो रहे हैं. इससे भी हैरानी की बात ये है कि ठेकेदार बगैर लीज के किसानों की जमीन खोद रहा है. मुरुम निकालकर सड़क पर डंप किया जा रहा है. किसान भी इससे परेशान हैं. इस करतूत से राजस्व विभाग को करोड़ों का चूना लग रहा है. ये सब जानते हुए भी विभाग आंख पर पट्टी बांध कर बैठा है.
दरअसल, तिरुपति बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्माण कार्य कर रहे करपा सरई मार्ग पर पड़ने वाले पुलो पर थिगड़े लगा कर अमलीजामा पहनाया जा रहा है. इतना ही नहीं सड़क निर्माण में लगने वाली मुरूम बैगर खनिज विभाग से लीज लिए ही बेखौफ किसानों के जमीन से अवैध उत्खनन कर मनमानी गुणवत्ता विहीन कार्य करने में उतारू है.
मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा पटना करपा सरई मार्ग के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी तिरुपति बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड को दी गई, जिसे दिए गए समय सीमा का ध्यान रखते हुए गुणवत्तायुक्त कार्य कर आमजनों को सहज सुगम मार्ग प्रदान करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार करोड़ों रुपए उक्त निर्माण एजेंसी को धन राशि आवंटित किया गया, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार की मंशा के विपरीत निर्माण एजेंसी अपनी मनमानी पर उतारू हैं.
धूल के गुबारों से ग्रामीण परेशान
नियम के अनुसार सड़क में लोगों को राहत देने के लिए दिन में दो-तीन बार पानी का छिड़काव करना आवश्यक होता है, लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं किया जा रहा है. प्रतिदिन निर्माणाधीन मार्ग में धूल के गुबार ने राहगीरों के साथ-साथ वाहन चालकों का हाल-बेहाल कर दिया है.
इस सड़क में सफर करना और बीमारी को आमंत्रित करने का कार्य तिरुपति बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है. पटना करपा सरई मार्ग के किनारे रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं. अस्पताल का रास्ता नापने में उक्त निर्माण एजेंसी ने मजबूर कर दिया है. धूल की वजह से इन क्षेत्रों का वायु प्रदूषित हो चुका है. बीते माह में ही तीन हादसे हो चुके है और छुटपुट हादसे तो रोज हो रहे हैं.
नहीं हो रहा पानी का छिड़काव
हादसे होने के पीछे पानी का छिड़काव नहीं होना प्रमुख वजह है. पानी का छिड़काव रोज होने से धूल के गुबार पर नियंत्रण रहता है, लेकिन ठेकेदार अपनी अकरमण्डता दिखाते हुए मनमानी कर पानी का छिड़काव नहीं करा रहा है. पानी नहीं डालने की वजह से मुरूम के कड़ मार्ग में एकत्रित हो गए है, जो हादसे का कारण बन रहे हैं. मुरूम के एकत्रित होने व धूल उड़ने से हादसे हो रहे.
राजस्व को करोड़ों का चूना
तिरुपति बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पटना करपा सरई मार्ग के निर्माण कार्य में उपयोग होने वाली मुरूम कहां से लीज लेकर लाई जा रही है. यह अपने आप में सवालिया निशान है. गौरतलब हो की निर्माण एजेंसी द्वारा बिना लीज लिए ग्रामीण किसानों की जमीन को समतलीकरण के नाम से अवैध उत्खनन कर कार्य को अंजाम दिया जा रहा है, जिससे मध्य प्रदेश सरकार को राजस्व को करोड़ों की हानि हो रही है. बेखौफ हो कर इस तरह के कारनामे को अंजाम देना कहीं न कहीं संबंधित विभाग की मौन सहमति की ओर इशारा है.
आखिरकार बेले क्यों दे रहे हैं अभयदान
क्या मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के एजीएम मुकेश बेले तिरुपति बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किए जा रहे कारनामों से अनजान हैं? या फिर ये कहें कि उक्त निर्माण एजेंसी को साहब द्वारा मौन सहमति प्रदान कर ग्रामीणों एवं राहगीरों की जिंदगी से खिलवाड़ कराने में जरा भी कोताही नहीं बरत रहे हैं. वर्तमान में चल रहे सड़क निर्माण कार्य को देख कर यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी की एजीएम मुकेश बेले द्वारा निर्माण एजेंसी को अभयदान प्रदान किया जा रहा है.