
धमतरी। Dhamtari News: नक्सल अति संवेदनशील गांव के जंगल में नक्सलियों द्वारा एक युवक की हत्या करने की खबर पुलिस तक पहुंची। पुलिस अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। पुलिस व सीआरपीएफ जवान जंगल के लिए रवाना हुए। चार से पांच घंटे क्षेत्र में शव ढूंढने मशक्कत किया, लेकिन कुछ नहीं मिला। ऐसे में नक्सली घटना को पुलिस ने अफवाह बताई।
नगरी ब्लाक के खल्लारी थाना क्षेत्र के नक्सल अति संवेदनशील ग्राम गाताबाहरा के जंगल में तीन अक्टूबर की सुबह एक युवक की हत्या करने की बात गांव समेत आसपास क्षेत्र में फैल गई। घटना की जानकारी किसी ने खल्लारी पुलिस को दी।
पुलिस अधिकारियों ने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी, तो तत्काल पुलिस व सीआरपीएफ जवानों की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हुई। इधर पुलिस अधिकारी भी गांव पहुंचे। तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस जवानों ने गाताबाहरा के जंगल, गांव व आसपास क्षेत्रों में चार से पांच घंटे तक शव ढूंढने कोशिश की। गांव में ग्रामीणो से पूछताछ की, लेकिन कहीं नक्सली घटना की जानकारी नहीं मिली। इससे पुलिस जवानों में नाराजगी दिखी।
नगरी एसडीओपी मयंक रणसिंह ने बताया कि ग्राम गाताबाहरा में विभाग के एक पुलिस जवान को नक्सलियों द्वारा जंगल में एक ग्रामीण की हत्या की खबर मिली। इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस जवान व अधिकारी घटना स्थल पहुंचे। घंटों मुआयना व आसपास क्षेत्रों की पड़ताल की गई, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला, ऐसे में यह खबर अफवाह निकली। फिर भी पुलिस सुरक्षा के मद्देनजर इस क्षेत्र में पुलिस सर्चिंग तेज कर दी है, ताकि ग्रामीणों के बीच इस अफवाह से फैली दहशत दूर हो सके।
नक्सलियों की सुगबुगाहट बढ़ी
खल्लारी थाना व घटनास्थल गाताबाहरा नगरी ब्लाक मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर है। इस क्षेत्र में वर्षा थमने के बाद नक्सलियों के आने-जाने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। क्योंकि वर्षा के चलते नक्सली कई भेष बदलकर गांवों में ही शरण लिए रहते हैं, ऐसे में अब नक्सली गांवों से जंगल की ओर लौटने लगा है। इसे देखते हुए थाना के पुलिस अधिकारी-कर्मचारी व सीआरपीएफ जवान सक्रिय हो गए है, जो संदेही लोगों पर अब नजर रखना शुरू कर दिया है। एसपी प्रशांत ठाकुर का कहना है कि जिले में नक्सल गतिविधियों पर नजर रखने वह स्वयं लगातार नक्सल क्षेत्र के थाना व आसपास क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। वहीं क्षेत्र के सभी थाना में पदस्थ पुलिस अधिकारी व जवानों को सकि्रय रहने कहा गया है।
Posted By: Ashish Kumar Gupta