
Crores of rupees cash seized from car in Raipur: रायपुर में चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक इनोवा कार से 1 करोड़ 66 लाख रुपए की नकदी बरामद की है। यह रकम कार के एक गुप्त चेंबर में छिपाकर रखी गई थी। कार का नंबर 23 बीएच 8886 है। कार में 2.5 लाख रुपए के 500-500 रुपए के 65 बंडल थे।
Crores of rupees cash seized from car in Raipur: इसके अलावा 100 और 200 रुपए के बंडल भी थे। पुलिस को शक है कि यह रकम हवाला या सट्टे की हो सकती है। जांच जारी है। मामला आमानाका थाना क्षेत्र का है।
Crores of rupees cash seized from car in Raipur: पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। मंगलवार देर रात रूटीन चेकिंग के दौरान आमानाका थाना पुलिस ने एक कार को रोककर उसकी जांच की। इसे कौन ला रहा था, कहां ले जा रहा था, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।
पुलिस जल्द खुलासा करेगी
पुलिस ने कार के ड्राइवर और उसके एक साथी को पकड़ लिया है। अब तक की पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्हें नागपुर के पास ही कार बदलने के लिए कहा गया था। उन्हें नहीं पता था कि कार में नकदी है।
Crores of rupees cash seized from car in Raipur: आजाद चौक सब डिवीजन सीएसपी आईपीएस अमन झा ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि जल्द ही पुलिस इस मामले में सच्चाई उजागर करेगी। दोनों युवक उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले हैं।
कार की पिछली सीट के नीचे था गुप्त चेंबर
चालक ने बताया कि कार पूरी तरह खाली थी। पुलिस ने जब कार की जांच की तो उसमें कोई सामान नहीं था। लेकिन पुलिस का शक बढ़ गया। इसलिए पुलिसकर्मियों ने कार की बारीकी से जांच की।
Crores of rupees cash seized from car in Raipur: पीछे की सीट के नीचे गुप्त चेंबर था। सुरक्षा के लिहाज से इस चेंबर पर भी ताला लगा हुआ था। पुलिस ने जब ताला तोड़कर अंदर देखा तो उसमें नोटों की गड्डियां भरी हुई थीं।
चालक बोला- मुझे सैलरी और डीजल मिलता है, मालिक को नहीं जानता
Crores of rupees cash seized from car in Raipur: कार्रवाई के दौरान सीएसपी आजाद चौक अमन झा अपनी टीम के साथ मौजूद थे। उन्होंने चालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसे नहीं पता कि यह पैसा किसका है। उसे करीब 13 हजार रुपए सैलरी मिलती है और 30 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से डीजल लगता है।
वाहन छोड़ने की बात व्हाट्सएप कॉल पर हुई थी
Crores of rupees cash seized from car in Raipur: ड्राइवर के अनुसार, उसे व्हाट्सएप कॉल पर बताया जाता है कि वाहन कहां छोड़ना है। कई बार दूसरे शहर में पहुंचने के बाद उसे तीसरे शहर में जाने को कहा जाता है। शुरुआत में यह स्पष्ट नहीं किया जाता कि वाहन कहां और किसके पास ले जाना है। कई बार बीच में ड्राइवर भी बदल दिए जाते हैं।
पुलिस आयकर विभाग को सौंपेगी रकम
फिलहाल पुलिस ने रकम और वाहन को जब्त कर लिया है। रकम आयकर विभाग को सौंप दी जाएगी। आयकर विभाग अब इस मामले में पता लगाएगा कि यह रकम किसकी है, कहां से आ रही थी और कहां जा रही थी। फिलहाल पुलिस के पास अब तक रकम का कोई दावेदार नहीं आया है।
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