भोपाल। मध्य प्रदेश में चल रही रेत खदानों को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने 7 जिलों में रेत खदानों के ठेके रद्द कर दिए हैं. यह फैसला खनिज विभाग द्वारा समय से भुगतान न होने के कारण लिया गया है. ठेकेदारों की 100 करोड़ से अधिक की जमानत राशि भी जब्त कर ली गई है.
होशंगाबाद स्थित सबसे बड़ी बालू खदान सहित 7 अन्य जिलों के रेत ठेके रद्द कर दिए गए हैं. एक सौ करोड़ से अधिक ठेकेदारों की जमानत राशि भी जब्त कर ली गई है. ठेकेदार पिछले तीन माह से मासिक किश्त जमा नहीं कर रहे थे. होशंगाबाद जिले में 118 रेत खदानों के समूह का ठेका 19 माह में दूसरी बार निरस्त किया गया है.
खनिज विभाग ने होशंगाबाद, भोपाल, खरगोन, बड़वानी, जबलपुर, दमोह और टीकमगढ़ की रेत खदानों के समूह के ठेके नियमित रूप से रायल्टी नहीं मिलने पर निरस्त कर दिए हैं. प्रदेश में बालू खदानों के सबसे बड़े समूह होशंगाबाद के ठेकेदारों पर 63 करोड़ से ज्यादा की देनदारी है. सभी ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. बाकी आगे की कार्रवाई जिला स्तर पर की जाएगी.
दिसंबर 2021 में ठेकेदार ने खदान सरेंडर करने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन वह अक्टूबर 2021 से रॉयल्टी की नियमित किश्त नहीं दे रहे थे. इसे देखते हुए ठेका रद्द कर दिया गया है. ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है.
read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
- क्राइम की खबरें पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक