Constitution Day 2024 LIVE: संविधान अब संस्कृत और मैथिली में भी पढ़ सकेंगे, पुरानी संसद में एक मंच पर दिखे मोदी और राहुल
Constitution Day 2024 LIVE Speech Updates; PM Narendra Modi | Droupadi Murmu Rahul Gandhi BJP Congress: देश के संविधान के 75 साल पूरे होने पर मंगलवार को पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम हुआ। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का थीम था हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान।
संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर एक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया गया। संविधान की प्रतियां संस्कृत और मैथिली में भी जारी की गईं। 2 पुस्तकों ‘भारतीय संविधान का निर्माण: एक झलक’ और ‘भारतीय संविधान का निर्माण और उसकी गौरवशाली यात्रा’ का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी एक साथ एक ही मंच पर बैठे नजर आए। उनके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी मौजूद रहे।
Constitution Day 2024 LIVE Speech Updates; PM Narendra Modi | Droupadi Murmu Rahul Gandhi BJP Congress: संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान पारित किया था। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर 2015 को एक अधिसूचना में कहा था कि 26 नवंबर को हर साल ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।
26 नवंबर 1949 को संविधान क्यों लागू नहीं किया गया?
26 जनवरी 1930 को कांग्रेस ने देश की पूर्ण स्वतंत्रता का नारा दिया था। इसी की याद में संविधान को लागू होने के लिए 26 जनवरी 1950 तक इंतजार किया गया। 1929 में जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पहली बार पूर्ण स्वतंत्रता की शपथ ली गई।
Constitution Day 2024 LIVE Speech Updates; PM Narendra Modi | Droupadi Murmu Rahul Gandhi BJP Congress: उस अधिवेशन में ब्रिटिश सरकार से 26 जनवरी 1930 तक भारत को संप्रभुता का दर्जा देने की मांग की गई। तब 26 जनवरी 1930 को पहली बार पूर्ण स्वराज या स्वतंत्रता दिवस मनाया गया।
इसके बाद 15 अगस्त 1947 तक यानी अगले 17 सालों तक 26 जनवरी को ही स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता रहा। इस दिन के महत्व को देखते हुए 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू किया गया और इसे गणतंत्र दिवस के रूप में घोषित किया गया।
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