छत्तीसगढ़ से यूपी में मानव तस्करी: दलालों के शिकार होने से बचाई गईं 4 नाबालिग लड़कियां, 5 साल में 500 लड़कियां गायब

Chhattisgarh UP Human Trafficking: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के उदयपुर में पुलिस ने मानव तस्करों के चंगुल से चार नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया है। चारों नाबालिग लड़कियों को नौकरी दिलाने के बहाने उत्तर प्रदेश ले जाया जा रहा था। पुलिस ने उन्हें संदिग्ध हालत में देखकर रोका। पुलिस ने मामले में एक युवक को हिरासत में लिया है। नाबालिगों को सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, उदयपुर पुलिस ने उदयपुर के सानीबर्रा क्षेत्र की चार नाबालिग लड़कियों को ऑटो में बैठे देखकर उनसे पूछताछ की। ऑटो में उनके साथ एक युवक भी बैठा था। पुलिस ने युवक संदीप को हिरासत में ले लिया। चारों नाबालिग लड़कियों को उनके परिजनों की जानकारी के बिना ले जाया जा रहा था।
सीडब्ल्यूसी ने नाबालिगों से की पूछताछ
पुलिस ने चार नाबालिग लड़कियों के साथ दो नाबालिग लड़कों को भी बरामद किया। पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि उन्हें अच्छी मजदूरी दिलाने के बहाने उत्तर प्रदेश ले जाया जा रहा था। वे परिजनों को बताए बिना ऑटो में बैठकर उदयपुर पहुंच गई थीं।
नाबालिग लड़कियों को सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया। पूछताछ के बाद सीडब्ल्यूसी ने नाबालिगों को उनके परिजनों को सौंप दिया। पुलिस हिरासत में लिए गए संदीप से पूछताछ कर रही है।
नहीं रुक रही मानव तस्करी
पिछले 5 सालों में सरगुजा जिले से 500 लड़कियां गायब हुईं, जिनमें से पुलिस अब तक 14 लड़कियों को नहीं ढूंढ पाई है। सरगुजा से 5 साल के अंदर 85 लड़के गायब हुए, जिनमें से आठ अभी भी लापता हैं। सरगुजा जिले से 1102 महिलाएं गायब हुईं, जिनमें से 333 महिलाएं अभी भी लापता हैं।
मानव तस्करी पर कार्रवाई जारी
सरगुजा एएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि मानव तस्करी रोकने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। पुलिस की टीमें ग्रामीण इलाकों में लोगों को जागरूक कर रही हैं। स्कूलों में पहुंचकर पुलिस बच्चों को भी जागरूक कर रही है। आदिवासी इलाकों में बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर रहे हैं और स्कूल छोड़ रहे हैं। इसके बाद वे दलालों के जाल में फंस जाते हैं।
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