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एनकाउंटर में मारे गए अमित जोश के करीबी को पुलिस ने उठाया: कुख्यात अपराधी से खरीदा था हथियार, पुलिस पर तानी बंदूक, पर ट्रिगर नहीं दबा

Chhattisgarh Raipur criminal Amit Josh’s close associate Raja Baijahad arrested: भिलाई मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात बदमाश अमित जोश के करीबी राजा बैजहाड़ ने रायपुर पुलिस पर बंदूक तान दी। पुलिस जब कुख्यात बदमाश बैजहाड़ को गिरफ्तार करने गई तो उसने ट्रिगर दबाने की कोशिश की, लेकिन गोली चलाने से पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इस दौरान पुलिस और बदमाश के बीच झड़प भी हुई।

बताया जा रहा है कि राजा ने अमित जोश से बंदूक खरीदी थी। वह हत्या के एक मामले में जेल में बंद था। 3 महीने पहले ही वह बीमारी के नाम पर पैरोल पर जेल से बाहर आया था। तब से वह फरार था। मामला टिकरापारा थाना क्षेत्र का है।

दीवार फांदकर घर में घुसे पुलिसकर्मी

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार रात करीब 12 बजे थाने के स्टाफ को सूचना मिली कि फरार राजा बैजहाड़ मोती नगर स्थित एक मकान में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही टिकरापारा थाना प्रभारी सहित 5 लोगों की टीम लोकेशन पर पहुंची। घर की घेराबंदी कर पुलिसकर्मी घर में घुसे। इस बीच जैसे ही राजा को पुलिस के आने की भनक लगी। उसने अपनी देसी पिस्तौल पुलिसकर्मियों पर तान दी। इस बीच अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे पीछे से पकड़ लिया।

फायरिंग नहीं हो सकी

बताया जा रहा है कि आरोपी ने बंदूक से फायर करने की भी कोशिश की। लेकिन, ट्रिगर दबने से पहले ही पुलिसकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर जमीन पर गिरा दिया। इस दौरान हुई झड़प में एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल के हाथ और शरीर के कुछ हिस्सों में चोट भी आई।

हालांकि, 10-15 मिनट बाद बदमाश को पकड़कर गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिसकर्मी बदमाश के हाथ-पैर पकड़कर उसे कार तक ले जाते नजर आ रहे हैं। फिलहाल इस मामले में अभी तक पुलिस का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

25 जुलाई को ही पैरोल खत्म हो गई थी

संतोष दुबे हत्याकांड में आरोपी राशिद अली उर्फ ​​राजा बैजहद 9 जुलाई को पैरोल पर जेल से रिहा हुआ था। वह करीब तीन महीने से शहर में खुलेआम घूम रहा था, जबकि उसकी पैरोल 25 जुलाई को खत्म हो गई थी। बीमारी के नाम पर उसने पैरोल ली थी।

लेडी डॉन के साथ मिलकर उसने हत्या की थी

11 अगस्त 2017 को रायपुर में संतोष दुबे नामक व्यक्ति की हत्या हुई थी। इस मामले में कोर्ट ने राशिद अली उर्फ ​​राजा बैजहाड़, पूजा सचदेव, मोनू सचदेव उर्फ ​​मोंटू, रंजीत स्वामी उर्फ ​​मोंटू को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

दरअसल, संतोष दुबे खुद निगरानी बदमाश था। लेडी डॉन के नाम से मशहूर पूजा सचदेव से उसके संबंध थे। पुलिस पूछताछ में पूजा ने बताया कि वह लगातार उसे फोन करके परेशान कर रहा था। घटना वाली रात उसने यह बात अपने भाई मोनू और प्रेमी राजा बैजहाड़ को बताई। उनके सामने ही पूजा ने संतोष को फोन करके घर पर मिलने के लिए बुलाया। बातचीत के दौरान उन्होंने संतोष को पकड़ लिया और उस पर चाकू से हमला कर दिया।

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