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चोर बताकर मेहमानों की पिटाई: थानेदार ने महिला को पीटा, इलाज के लिए आई थी बुआ के घर; सोशल मीडिया पर की शिकायत

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आपने वह कहानी सुनी होगी, जिसमें पुलिस एक बंदर को मार-मारकर उसे कहलवाती हैं कि वह हाथी है। जोक के तौर पर बनी इस कहानी को छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले की पुलिस ने सही साबित करने की कोशिश की है। मामला चोरी का है। उसकी तफ्तीश के लिए पहुंची थाना प्रभारी ने पूछताछ के दौरान घर में घुसकर एक महिला और उसके पति की पिटाई कर दी। जबकि महिला अपने पति का इलाज कराने के लिए अपनी बुआ के घर आई थी। महिला ने इसकी शिकायत सोशल मीडिया के माध्यम से की है। मामला सामने आने के बाद अब अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं। 

दरअसल पूरा मामला मरवाही थाना क्षेत्र के तेन्दुमुड़ा ग्राम पंचायत के बरटोला गांव का है। यहां रहने वाले साहू परिवार ने मरवाही थाना प्रभारी लता चौरे पर घर में घुसकर मारपीट का आरोप लगाया है। बगडार निवासी ममता साहू ने बताया कि वह अपने पति का इलाज कराने बरौर गई थी। वहां से लौटने के दौरान रविवार को अपनी बुआ के घर बरटोल गांव पहुंची। अभी वे लोग बैग लेकर घर में घुसे थे कि तभी पुलिस पहुंच गई। आरोप है कि थाना प्रभारी लता चौरे घर में घुस आईं और धान खरीदी केंद्र की बाउंड्री में लगे फेंसिंग वायर चोरी होने के मामले में पूछताछ को लेकर उनकी पिटाई कर दी। 

थाना प्रभारी ने उन पर शराब बिक्री का भी आरोप लगाया और घर में जांच करने लगी। उन्हें कुछ नहीं मिला। आरोप है कि इसके बावजूद ममता और उसके पति दिनेश साहू को डंडे से पीटा गया। इसके चलते उनके शरीर में निशान तक पड़ गए हैं। इसके बाद पुलिस तो चली गई, लेकिन ममता और साहू परिवार की नहीं सुनी गई। इस पर उन्होंने अपने साथ हुई घटना का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने चुप्पी साध ली है। थाना प्रभारी बात ही नहीं कर रहीं। उन्हें कॉल भी किया गया, लेकिन उन्होंने बात नहीं की। 

अमित जोगी बोले- डीजीपी से करेंगे शिकायत

छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अध्यक्ष और मरवाही से पूर्व विधायक अमित जोगी ने कहा कि, पुलिस की बर्बरता की वारदातें लगातार इस क्षेत्र में बढ़ रही हैं। इस क्षेत्र के लोग सीधे-साधे हैं और इनके साथ इस तरह का सलूक करना बेहद आपत्तिजनक है। अमित जोगी ने कहा कि, वह डीजीपी से निवेदन करेंगे कि सभी प्रकरणों की जांच करवाएं। जो पुलिस के ऑफिसर और कांस्टेबल है उन्हें भी ट्रेनिग देनी चाहिए कि सिविल सोसायटी में पुलिसिंग कैसी होनी चाहिए। 

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