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Ambikapur: जमीन बेचने का झांसा देकर सात लाख से ज्यादा ठगे, एग्रीमेंट कराकर रुपये लिए, फिर नहीं कराई रजिस्ट्री

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छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक शातिर ने जमीन बेचने का झांसा देकर सात लाख रुपये से ज्यादा की ठगी कर ली। ठग ने जमीन दिखाकर एग्रीमेंट कराया, फिर रुपये लेने के बाद रजिस्ट्री ही नहीं कराई। बार-बार कोशिश के बाद भी जब रुपये नहीं मिले और न ही रजिस्ट्री हुई तो धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने शनिवार को इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला मणिपुर चौकी क्षेत्र का है। 

जानकारी के मुताबिक, नमनाकला निवासी कन्हैयालाल पांडेय ने तीन दिन पहले एसपी भावना गुप्ता के पास शिकायत की थी कि जगदीशपुर निवासी गिरजा प्रसाद राजवाड़े ने जमीन बेचने के लिए अनुबंध किया था। इस दौरान उसे 7 लाख 76 हजार रुपये दिए थे। राशि लेने के बाद भी उसने जमीन की रजिस्ट्री नहीं कराई। न ही रकम ही लौटा रहा है। इस पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। 

आरोपी गिरजा प्रसाद राजवाड़े ने ग्राम जगदीशपुर में अपनी 8 डिसमिल जमी का कन्हैयालाल से 8 लाख 40 हजार रुपये में बेचने का सौदा किया था। सौदा तय होने के बाद दोनों पक्षों ने नोटरी के माध्यम से एग्रीमेंट तैयार कराया। कन्हैयालाल पांडेय ने सात लाख 76 हजार रुपये नकद और चेक के माध्यम से गिरजा प्रसाद को दे दिए। इसके बाद गिरजा प्रसाद जमीन की रजिस्ट्री से आनाकानी करता रहा। पैसे भी वापस नहीं कर रहा था। 

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छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक शातिर ने जमीन बेचने का झांसा देकर सात लाख रुपये से ज्यादा की ठगी कर ली। ठग ने जमीन दिखाकर एग्रीमेंट कराया, फिर रुपये लेने के बाद रजिस्ट्री ही नहीं कराई। बार-बार कोशिश के बाद भी जब रुपये नहीं मिले और न ही रजिस्ट्री हुई तो धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने शनिवार को इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला मणिपुर चौकी क्षेत्र का है। 

जानकारी के मुताबिक, नमनाकला निवासी कन्हैयालाल पांडेय ने तीन दिन पहले एसपी भावना गुप्ता के पास शिकायत की थी कि जगदीशपुर निवासी गिरजा प्रसाद राजवाड़े ने जमीन बेचने के लिए अनुबंध किया था। इस दौरान उसे 7 लाख 76 हजार रुपये दिए थे। राशि लेने के बाद भी उसने जमीन की रजिस्ट्री नहीं कराई। न ही रकम ही लौटा रहा है। इस पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। 

आरोपी गिरजा प्रसाद राजवाड़े ने ग्राम जगदीशपुर में अपनी 8 डिसमिल जमी का कन्हैयालाल से 8 लाख 40 हजार रुपये में बेचने का सौदा किया था। सौदा तय होने के बाद दोनों पक्षों ने नोटरी के माध्यम से एग्रीमेंट तैयार कराया। कन्हैयालाल पांडेय ने सात लाख 76 हजार रुपये नकद और चेक के माध्यम से गिरजा प्रसाद को दे दिए। इसके बाद गिरजा प्रसाद जमीन की रजिस्ट्री से आनाकानी करता रहा। पैसे भी वापस नहीं कर रहा था। 

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