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गरियाबंद के 40 गांवों में अंधेरे की कहानी: कहीं बिजली नहीं, कहीं पुल नहीं, कहीं टीचर्स नहीं, गौशाला में स्कूल, AC में साहब और कांटों में जनता, पढ़िए बदहाली पर ग्राउंड रिपोर्ट

गिरीश जगत, गरियाबंद। विकास…बदलाव और आस. हर किसी के जुबां पर होती है, लेकिन कुछ गलतियां, कुछ खामियां इससे हमको बेदखल कर देती हैं. वे ख्वाब दिमाग में ख्वाब बनकर ही घर कर जाते हैं, लेकिन जब वही सपने धरे के धरे रह जाएं, संवरने की बजाए बिखरने लग जाएं, तो हर खुसी जख्म में तब्दील हो जाती है। इंसान नर्क जैसी जिंदगी जीने को बेबस हो जाता है।

दरअसल, हम गरियाबंद के कुछ ऐसे ही गांवों की कहानी बताएंगे, जहां विकास के नाम पर सिस्टम की छाती फट जाती है। जहां विकास की कहानी होनी चाहिए, वहां दर्द और ढकोसले वादों की मीनार है। जहां के लोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखरने चाहिए, वहां सिस्टम की बेरहम सिस्टम विकास पर काली परछाईं बनकर आंखें तरेर रही हैं।

विस्तार से पढ़िए गरियाबंद के बदहाल गावों पर ग्राउंड….

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: दरअसल, गरियाबंद के राजा पड़ाव इलाके में सुविधाओं के साथ खिलवाड़ हुआ है। उपस्वास्थ्य केंद्र भवन बनाए पर स्वास्थ्य कर्मी नहीं दिए गए। स्कूलों में 70 से ज्यादा पद रिक्त हैं। 5 पंचायत के 13 गांवों में बिजली नहीं है। पुल पुलिया ग्रामीण खुद मरम्मत करते हैं। इसलिए आक्रोशित ग्रामीण अब सुविधा की मांगों का त्वरित निराकरण को लेकर लामबद्ध हो गए हैं।

स्कूल और स्वास्थ्य सेवाओं का भी बायकट करेंगे

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: विगत 15 दिनों से मैनपुर ब्लॉक का राजा पड़ाव क्षेत्र सुर्खियों में बना हुआ है। वह भी इसलिए की अब इलाके के 8 पंचायत के लोग एक जुट होकर मांगों को लेकर शुरू हुई लड़ाई का अब निर्णायक अंत चाहते हैं। इसी अक्टूबर माह के अंत तक उनकी मांगे पूरी होते नहीं दिखी तो वे नवंबर माह से ना केवल सरकारी राशन लेना बंद करेंगे, बल्कि सरकारी स्कूल और स्वास्थ्य सेवाओं का भी बायकट करेंगे।

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: मामला को समझने हमारी टीम इन प्रभावित इलाके में पहुंची। मांगों की हकीकत और फूटी चिंगारी को समझने ग्राउंड जीरो पर पहुंच पड़ताल की, जिसमें कई चौंकाने वाली बातें सामने आई। सरकारी रपटे का मरम्मत पंचायत फंड से राजा पड़ाव से गौरगांव तक 22 किमी सड़क पीएमजीएसवाई योजना से बनी हुई है।

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: इस सड़क में कोकड़ी पंचायत क्षेत्र में आने वाले बाघ नाला जर्जर और जानलेवा साबित हो रहा था।रपटे में हो गए गढ्ढे से चार पहिया की आवाजाही तक मुश्किल थी। ऐसे में कोकड़ी पंचायत इस रपटे का मरम्मत करा रही थी,गांव के कुछ युवा काम में लगे थे।

आवाजाही में भारी दिक्कत होती है

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: कोकड़ी के सरपंच सखा राम ने बताया कि आवाजाही में भारी दिक्कत,आए दिन दुर्घटना के अलावा आवास हितग्राहियों का मटेरियल नही आ पा रहा था इसलिए इसका मरम्मत कराया गया। पूरे इलाके में ऐसे पांच रपटा बना हुआ है, जो जर्जर हो गया है।

बिजली के खंभे गाड़े, कनेक्शन नहीं, 40 गांव में अभी अंधेरा

इलाके के कूल 8 पंचायत में से पांच कोकड़ी,हरहाडीह,कूचेंगा, भुतबेडा और गोरगांव के अधीन छोटे बड़े 40 गांव मजरा टोला आता है जहा अब तक बिजली नही पंहुचा है। मोगराडीह में खंभे गाड़ दिए गए हैं। गरहाडीह के पूरी बस्ती में वायरिंग का काम भी पूरा हुआ दिखा।

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: कोकड़ी ,कूचेगा जैसे कई गांव में बिजली के खंभे के ढेर पड़े मिले। आंबेडकर वादी युवा संगठन का नेतृत्व कर रहे पतंग मरकाम ने कहा की विधान सभा चुनाव के पहले खंभे गिराए गए,चुनाव खतम होते ही काम बंद कर दिया गया।

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: पूर्व सरपंच राम चंद परदे,बुजुर्ग धनेश नागेश कहते हैं कि इलाके में 2015 के बाद ही बिजली के लिए सर्वे एनओसी का काम पुरा कर लिया गया था,लेकिन बिजली के नाम से छला गया।चुनाव जीतने के बाद बड़े नेता भी झांक कर नही देखते इसलिए अपने अधिकार के लिए लड़ने अब खुद सामने आ रहे।

क्या बोले जिला पंचायत उपाध्यक्ष ?

जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने बताया कि 13 गांव के लिए लगभग 15 करोड़ की मजूरी मिल गई,काम चल रहा था अचानक से बंद कर दिया गया।बिजली के अभाव में विकास अवरूद्ध है,सोलर के भरोसे ग्रामीण कब तक रहेंगे। केरोसिन 100रु प्रति लीटर हुआ तो इसका भी उपयोग बंद कर दिया गया है। अंधेरे में जीने को मजबूर ग्रामीण इसलिए आक्रोशित है।

क्या बोले बिजली विभाग के ईई ?

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: मामले में बिजली विभाग के ईई अतुल तिवारी ने बताया कि वन विभाग की आपत्ति के बाद काम रोका गया है।हमने दोबारा डीजीपीएस का सर्वे कर एनओसी के लिए परिवेश पोर्टल में रिपोर्ट डाल दिया है। एनओसी मिला तो बिजली का काम शुरू हो सकेगा।

गाय के कोठा में लगाया स्कूल, शिक्षक की कमी

8 पंचायत में 60 स्कूल हैं, जहा 2213 बच्चे पढ़ रहे। 179 शिक्षकों के बजाए 109 पदस्थ है,इनमे से 20 तो आते नही,कुछ ने दूरी के वजह से मनपसंद जगह व्यवस्था में चल दिए हैं। भवन की बात करें तो मोतीपानि में स्कूल गाय के कोठा में लगता है,मोंगराडीह में शिव साहू के गोदाम में स्कूल संचालित है।

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: गाजी मुड़ा में स्कूल संचालन के लिए वन विभाग की बिल्डिंग ली गई। करेली, लाटापारा, खरताबेड़ा,जैसे 15 से ज्यादा स्कूल जर्जर है,जिनके मरम्मत के लिए मुख्य मंत्री जतन से पैसे भी मिले पर काम नही हुआ।बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता देख भी ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ गई है।

अधूरी स्वास्थ्य व्यवस्था

स्वास्थ्य व्यवस्था भी चरमरा गई है। शोभा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाके के 20 हजार लोग निर्भर हैं,12 के सेट अप में केवल 3 की पोस्टिंग है।एक डॉक्टर दो अन्य सहयोगी के साथ 20 हजार की सेवा करते हैं।इलाके के उप स्वास्थ्य केंद्र भगवान भरोसे है।लाखो के बिल्डिंग बनाए गए है पर यह स्टाफ अपनी सुविधा के अभाव के कारण नही रहता।कई केंद्र में सीएचओ का पद रिक्त पड़ा हुआ है।

14 करोड़ के 5 उच्च स्तरीय पुलिया की मंजूरी मिली

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: विभाग के एसडीओ कमलेश चंद्राकर के मुताबिक दो साल पहले पीएमजीएसवाय ने इन रपटो को पीडब्ल्यूडी को हेंडोओवर कर दिया है। जिस पर लगभग 14 करोड़ के 5 उच्च स्तरीय पुलिया की मंजूरी मिली हुई है।

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report: विभाग टेंडर लगा रहा है पर काम लेने वाला कोई सामने नही आ रहा। सरकारी तकनीकी पेंच में फंसे होने के कारण ना तो पुराने का मरम्मत हो रहा ,ना ही नया पूल बनना शुरू हुआ था।ग्रामीणों की 11 बिंदुओ की मांग में पूल व मरम्मत से जुड़ी दो अहम बिंदु भी शामिल है।

क्या बोले गरियाबंद अपर कलेक्टर

गरियाबंद अपर कलेक्टर अरविंद पांडेय ने बताया कि शोभा क्षेत्र के लोगो ने मूल भूत सुविधाओ के लिए मांग पत्र दिया है,इनमे से कई मांगे पूरी कर दी गई हैं,कई पर निर्माण चालू है। शासन स्तर से संबंधित मांगों के लिए पत्र ऊपर भेजा गया है।

Chhattisgarh Gariaband Raja Padav area ground report:  नई मांगे है उसे पूरा करने समंधित विभाग को निर्देशित किया गया है।ग्रामीणों ने जो भी अल्टीमेटम दिया है,उसके लिए एसडीएम स्तर पर बैठक लेकर ग्रामीणों से चर्चा की जा रही है।

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