
Chhattisgarh Gariaband Mainpur quack doctor raid notice: गरियाबंद जिले के पेंड्रा में आदिवासी युवक की झोलाछाप इलाज से मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया है। बुधवार को कलेक्टर के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मैनपुर ब्लॉक में छापा मारा। इस दौरान कई अवैध क्लिनिक और झोलाछाप डॉक्टरों के ठिकाने मिले। हालांकि टीम ने मौके पर ठोस कार्रवाई करने की बजाय नोटिस थमाकर लौटना ही बेहतर समझा।
कहां-कहां मिले अवैध क्लिनिक
- सरकार क्लिनिक – मैनपुर मुख्यालय से 100 मीटर दूर संचालित, बिना अनुमति इलाज करते मिले।
- भाठीपारा – एक कमरे में चल रहा मल्टी स्पेशलिटी क्लिनिक, दवा, ओपन निडिल और अन्य उपकरण बरामद।
- सरना बहाल – स्कूल का शिक्षक इलाज करता मिला। टीम पहुंचने से पहले कई उपकरण स्कूल लैब में छुपा दिए गए।

छापेमारी की भनक लगते ही दरवाजे बंद
अमलीपदर क्षेत्र में करीब 30 से अधिक झोलाछाप सक्रिय हैं। इनमें से कई राजनीतिक रसूख और मेडिकल दुकानदारों के सहारे काम कर रहे हैं। छापेमारी की खबर मिलते ही कई क्लिनिकों में ताले लटक गए।
- खडारीपारा में वेटनरी डॉक्टर मानव इलाज करता मिला, जो मौके से गायब हो गया।
- अमलीपदर के अंजना क्लिनिक में भी ताला लटका मिला।

मौत के बाद मामला सुर्खियों में
20 अगस्त को पेंड्रा में झोलाछाप संजू मंडल और बबलू तांडी ने 40 वर्षीय पुरुषोत्तम ध्रुव का बवासीर का इलाज किया।
- 30 हजार रुपए में सौदा हुआ था।
- इलाज बिगड़ने पर 23 अगस्त को पीड़ित की हालत गंभीर हो गई।
- आरोपियों ने फीस लिए बिना ही लहूलुहान हालत में छोड़कर भाग निकले।
- 26 अगस्त को पीड़ित की मौत हो गई।
- कोतवाली पुलिस ने दोनों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है।

अधिकारियों का बयान
नोडल अधिकारी डॉ. हरीश चौहान ने कहा कि, जहां भी नियम विरुद्ध संचालन मिला, नोटिस दी जा रही है। जिन्हें क्लिनिक चलाना है उन्हें नर्सिंग एक्ट के तहत पंजीयन कराना होगा। अवैध संचालन की सूचना पर आगे भी कार्रवाई की जाएगी।
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