छत्तीसगढ़

SDM कार्यालय में चढ़ावा, फिर मुआवजा: गरियाबंद में 300 अन्नदाताओं का 30 करोड़ रुका मुअवाजा, कांग्रेस बोली-दफ्तरों का चक्कर काट रहे किसान

गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के मैनपुर एसडीएम कार्यालय में 300 से अधिक किसानों का 30 करोड़ रुपए का मुआवजा भुगतान लंबित है। इन किसानों की जमीन 2021 में ली गई थी, तब से किसान भटक रहे हैं। उन्हें मुआवजा नहीं मिला है।

Chhattisgarh Gariaband Farmer compensation case update: इस पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा कि पहले एसडीएम कार्यालय में चढ़ावा चढ़ेगा, फिर जाकर मुआवजे का पैसा मिलेगा।

Chhattisgarh Gariaband Farmer compensation case update: गरियाबंद में 300 से अधिक किसानों का 30 करोड़ रुपए का भुगतान लंबित है, कई बार चेक बाउंस होने के बावजूद किसान दफ्तर के चक्कर काटने को मजबूर हैं।

 अब जानिए क्या है पूरा मामला ?

अमलीपार के किसान शिवकुमार मिश्रा को अप्रैल में जारी किया गया 13 लाख 63 हजार रुपए का चेक तीन बार बाउंस हो चुका है। किसान के बेटे आदित्य मिश्रा ने एसडीएम कार्यालय के बाबू पर चेक क्लियरेंस के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।

पीड़ित ने इसकी शिकायत जिला पंचायत अध्यक्ष गौरीशंकर कश्यप से की। जिसके बाद उन्होंने सीधे एसडीएम कार्यालय में फोन कर कहा कि इस तरह की हरकतों से सरकार की छवि खराब हो रही है। सभी लंबित भुगतान जल्द किए जाएं। गौरीशंकर ने साफ कहा है कि 2 से 3 दिन के अंदर सभी का चेक क्लियर हो जाना चाहिए।

कार्यालय के 20 बार चक्कर काटे

पीड़ित किसान शिवकुमार मिश्रा ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने रिश्वत दी, उनके चेक क्लियर हो गए। 24 अप्रैल, 1 मई और 6 मई को उनका चेक बाउंस हो गया। किसान शिवकुमार अमलीपार से मैनपुर तक 70 किलोमीटर की दूरी तय कर 20 बार कार्यालय के चक्कर लगा चुके हैं।

क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम ने सुशासन तिहार में यह शिकायत की है। लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 207 किसानों को 125 करोड़ रुपए का भुगतान बता दें कि मैनपुर में भेजीपार डायवर्सन सिंचाई योजना के लिए 2021 में किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी।

Chhattisgarh Gariaband Farmer compensation case update: सिंचाई विभाग ने भेजीपार डायवर्सन, छैला और राता खांड डायवर्सन का काम 4 साल पहले पूरा कर लिया था। इन योजनाओं में 745 किसानों की 135.21 हेक्टेयर अधिग्रहित जमीन के एवज में 157.96 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना था।

पिछले महीने तक 207 किसानों को 125 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। लेकिन 300 से ज्यादा किसान अभी भी मुआवजे के लिए भटक रहे हैं। एसडीएम ने कहा कि जांच की जा रही है। एसडीएम तुलसी दास मरकाम ने कहा कि अगर चेक बाउंस हो रहा है तो यह गलत है।

Chhattisgarh Gariaband Farmer compensation case update: देखते हैं किन परिस्थितियों में ऐसा हो रहा है। किसान शिव कुमार के मामले की जानकारी मिलते ही तत्काल आवश्यक कमी पूरी कर दी गई है, ताकि चेक बाउंस न हो। अन्य लंबित भुगतानों की जानकारी भी जल्द ही प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा।

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