छत्तीसगढ़स्लाइडर

गरियाबंद में AI ऐप से होगी गजराज की निगरानी: 1000 KM तक की मिलेगी सटीक लोकेशन, जानिए क्या है हाथी अलर्ट ट्रैकर ऐप?

गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट गरियाबंद के उपनिदेशक वरुण जैन ने अपनी आईटी टीम एफएमआईएस और नोएडा बेस्ड स्टार्टअप कंपनी कल्पतरु के साथ मिलकर हाथी अलर्ट ट्रैकर एप को पिछले 2 साल से मिले डाटा के आधार पर उपडेट किया है । इसके आधार पर ग्रामीणों को उनके क्षेत्र में हाथी की उपस्थित की एकदम सटीक जानकारी मिल सकेगी।

Chhattisgarh Gariaband Elephant Alert Tracker AI App Story: इसके अलावा छत्तीसगढ़ राज्य सहित आसपास के राज्य के 1000 किलोमीटर की परिधि में आने वाले वन कर्मियों को भी हाथी की लोकेशन के अलावा उनके विचरण की नियर-रियर जानकारी मिल सकेगी । उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि पिछले 2 सालों से एप के माध्यम से हम हाथियों की लोकेशन के अलावा उनके विचरण करने के तौर तरीके का भी अध्ययन कर रहे है, जिसमें कई सारी जानकारियां हमने एकत्र की है।

Chhattisgarh Gariaband Elephant Alert Tracker AI App Story:जैसे किसी दल में अगर कोई हथनी प्रेग्नेंट होती है या कोई हाथी बीमार रहता है तो दल काफी धीरे-धीरे विचरण करता है इसी तरह गर्मी के मौसम में तालाब और जलाशयों के आसपास विचरण करता है । इन सब अध्यन के बाद अब हमने एप को उपडेट किया है । दल का कोई हाथी अगर बीमार है तो लोकेशन पर उस हाथी के ऊपर अलग से स्वास्थ्य चिन्ह दिखाई देगा ।

ए-आई आधारित हाथी अलर्ट एप्प में अब मशीन लर्निंग से निर्मित*

Chhattisgarh Gariaband Elephant Alert Tracker AI App Story: “हाथी-बॉट” से अर्ली वार्निंग अलर्टस भेजे जाएंगे इससे उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व के ग्रामीणों को 2 दिन पहले से हाथी का सटीक अलर्ट मिल सकेगा । हाथी ट्रैकरों एवं अलर्ट App के प्रयास से विगत 16 माह में टाइगर रिज़र्व में वन्यप्राणी-मानव द्वन्द से कोई भी जनहानि नही हुई है ।

वही वन विभाग को पिछले 2 वर्षो से ODK App एवं 1.5 वर्ष से हाथी अलर्ट App के उपयोग से काफी रोचक डाटा जनरेट हुआ है जिससे हाथियों के बर्ताव एवं विचरण की जानकारी एकत्रित हुई है । इस एप के माध्यम से अब 12 वनमंडलों में हो रहा है अलर्ट App का उपयोग ।

डाटा जिसके माध्यम से अर्ली वार्निंग अलर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा है

Chhattisgarh Gariaband Elephant Alert Tracker AI App Story: पिछले दो वर्षो की विभिन्न हाथी दलों के विचरण की प्रतिदिन की जिओ टैग्ड जानकारी जिससे उनके कॉरिडोर का नक्शा तैयार हो गया है ,विचरण का पैटर्न पता चल रहा है- सर्दी, गर्मी, बरसात में किस-किस जगह विचरण किया गया है, गर्भवती मादा / छोटे शावको / बीमार / चोटिल सदस्य काबदल में होने के दौरान विचरण का पैटर्न कैसा रहा है,

हाथी द्वारा वन क्षेत्रो में खायी गयी वनस्पति (जिसमे प्रमुखतः बांस करील, माहुल बेल, मोयन छाल, साल जड़, सेंदुरी जड़, छिंद जड़ आदि ) का जीपीएस टैगिंग एवं जंगलो में बिताया समय ,फसल हानि, जन हानि एवं जन घायल के विगत 2 वर्षो के प्रकरणों की जीपीएसनमैपिंग, तालाबो, झरनों नदी, नालो एवं झिरिया का जीपीएस मैपिंग जिनका उपयोग हाथियों द्वारा किया गया है।

Chhattisgarh Gariaband Elephant Alert Tracker AI App Story: हाथियों द्वारा नहाने और क्रीडा करने के लिए तालाब का मटमैला पानी का इस्तेमाल किया जाता है और पीने के लिए बहती नदी या सूखी नदी में झिरिया बनाकर पीते है । उपरोक्त डाटा का उपयोग कर मशीन लर्निंग और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से हाथी विचरण के

संभावित क्षेत्रो का लगभग सटीक पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा

इस अपडेट को “हाथी- बॉट” (Hathi-bot रोबोट की तर्ज पर ) नाम दिया गया है । अभी तक अलर्ट app ए-आई का उपयोग कर हाथी लोकेशन से 10 किलोमीटर की परिधि में उपस्थित समस्त ग्रामीणों को ऑटोमेटेड मोबाइल कॉल, एस.एम.एस एवं whatsapp मेसेज भेजता था ।

अब इस नए प्रयोग के सफल होने पर और सटीक जानकारी अर्ली वार्निंग सिस्टम के माध्यम से भेजी जा सकेगी जिससे प्रशासन एवं ग्रामीण उचित कदम उठा सकेंगे और द्वन्द की स्तिथि कम होगी । एकत्रित हुए डाटा की मदद से हाथी रहवास स्थलों को चिन्हांकित कर तालाब, वृक्षारोपण एवं चारागाह बनाये जा सकेंगे ।

ऐसे काम करेगा अब नया अपग्रेड एप

Chhattisgarh Gariaband Elephant Alert Tracker AI App Story: हाथी- बॉट के माध्यम से अर्ली वार्निंग अलर्टस । हाथी दल की गति जान सकेंगे । सीमावर्ती झारखण्ड, ओडिशा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र एवं तेलंगाना राज्य के पंजीकृत वन स्टाफ भी 1000 किलोमीटर की परिधि में हाथी लोकेशनहोग उनके विचरण की नियर-रियल टाइम लोकेशन और कॉरिडोर को देख सकेंगे जिससे अंतर-राज्ययीय समन्वय सुद्रढ़ होगा ।

Chhattisgarh Gariaband Elephant Alert Tracker AI App Story: गरियाबंद सीतानदी टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट उपनिदेशक वरुण जैन ने कहा कि नए अपडेटेड एप के माध्यम से छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के आसपास के वन कर्मियों के अलावा स्थानीय ग्रामीणों को भी दो दिन पहले हाथी दल का सटीक लोकेशन मिल सकेगा । इस ऐप के माध्यम से पिछले 16 माह से किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है मगर अब इस ऐप को हाथियों के बर्ताव के आधार पर और अधिक अपडेट कर दिया गया है । जिससे ओर भी कई तरह के लाभ आने वाले समय मे मिल सकेंगे ।

इसे भी पढ़ें- Indian Bhabhi Sexy Video: इंडियन भाभी की कर्वी फिगर देख हो जाएंगे पागल, पार की बोल्डनेस की सारी हदें, डीपनेक ब्लाउज में….

इसे भी पढ़ें-  Indian Girl Bra Hot Sexy Video: रेड साड़ी और ब्लैक ब्लाउज में भाभी का जलवा, उछल-उछलकर लगा रही ठुमके

इसे भी पढ़ें- Gungun Gupta Sexy Video: देसी गर्ल गुनगुन गुप्ता का वीडियो लीक, Instagram पर फिर मचा बवाल

इसे भी पढ़ें- Desi Bhabhi Sexy Video Viral: इंडियन भाभी ने ब्लाउज से पल्लू हटाकर बिखेरा हुस्न का जलवा, बोल्ड और कर्वी फिगर देख उड़े होश

इसे भी पढ़ें- Nirahua-Amrapali Suhagrat Video: निरहुआ और आम्रपाली ने पलंग पर मचाया गर्दा, ​बोल्ड सीन देख हो जाएंगे मदहोश

Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS

Show More
Back to top button