गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के किसानों को सूखे की मार झेलते हुए एक साल बीत चुका है, लेकिन जिले की 3 तहसीलों के प्रभावित 5 हजार 965 किसानों को राहत राशि नहीं मिली है। नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को 5 करोड़ 86 लाख रुपए की राहत राशि दी जाएगी, जिसके लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन अभी तक राशि नहीं मिली है। दफ्तरों में फाइल अटकी हुई है।
Chhattisgarh Gariaband 356 Farmers Default in Bank Due to Loan: राजस्व विभाग के अनुसार 69 हजार 6.207 हेक्टेयर में फसल को नुकसान हुआ है। वहीं समर्थन मूल्य पर धान नहीं बेचने वाले 3 समितियों के 356 किसान डिफाल्टर हो गए हैं। इन पर 1 करोड़ 56 लाख का कर्ज है। किसान परेशान हैं। उन्होंने कृषि मंत्री रामविचार नेताम से भी गुहार लगाई है।
देवभोग, अमलीपदर और मैनपुर तहसील में सूखा
Chhattisgarh Gariaband 356 Farmers Default in Bank Due to Loan: दरअसल, 2023 में खरीफ सीजन में कम बारिश होने के कारण क्षेत्र में सूखा पड़ा था। देवभोग, अमलीपार और मैनपुर तहसील में सूखा प्रभावित क्षेत्र का सर्वे किया गया था। राजस्व विभाग ने निर्धारित मापदंडों के आधार पर आरबीसी 6-4 के तहत प्रकरण तैयार किया।
किसानों को नहीं मिली राहत राशि
Chhattisgarh Gariaband 356 Farmers Default in Bank Due to Loan: तैयार प्रकरण के अनुसार देवभोग तहसील के 70 गांवों के 3 हजार 478 किसानों का 3989.52 हेक्टेयर रकबा प्रभावित हुआ था। इसमें 3 करोड़ 38 लाख 26 हजार रुपए की राहत राशि नहीं मिली, जबकि अमलीपार तहसील में 2 हजार 238 किसानों के 2689.197 हेक्टेयर के लिए 2 करोड़ 28 लाख 64 हजार 762 रुपए की राहत राशि नहीं मिली।
Chhattisgarh Gariaband 356 Farmers Default in Bank Due to Loan: इसके साथ ही मैनपुर तहसील के 249 किसानों के 227.49 हेक्टेयर पर सूखे का असर पाया गया। यहां 19 लाख 33 हजार 815 रुपए की राहत राशि का प्रकरण दर्ज किया गया।
356 किसान डिफॉल्टर, 1 करोड़ 56 लाख का कर्ज
Chhattisgarh Gariaband 356 Farmers Default in Bank Due to Loan: सूखा राहत और मुआवजे की मांग पर अड़े झाखरपारा, झिरीपानी समिति और कोसुमकनी गांव के 22 गांवों समेत 2 हजार 285 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान नहीं बेचा। इनमें से 356 किसान 1 करोड़ 56 लाख का कर्ज नहीं चुका पाए, जिन्हें डिफॉल्टर श्रेणी में रखा गया है। डिफॉल्टर किसानों द्वारा लिए गए कर्ज पर ब्याज भी बढ़ने लगा है।
ब्याज से बचने के लिए साहूकार से लिया कर्ज
Chhattisgarh Gariaband 356 Farmers Default in Bank Due to Loan: समर्थन मूल्य पर धान नहीं बेच पाने वाले किसान सहकारी बैंक का कर्ज नहीं चुका पाए। कोसुमकनी के किसान टीकोराम, जालंधर, पदुलोचन ने बताया कि कर्ज चुकाने के लिए उन्हें घर का सामान और जेवर गिरवी रखकर साहूकार से कर्ज लेना पड़ा।
Chhattisgarh Gariaband 356 Farmers Default in Bank Due to Loan: प्रभावित गांव के अधिकांश किसानों ने ब्याज से बचने के लिए साहूकार से कर्ज लेकर और बीमा राशि लेकर कर्ज चुकाया है। उन्हें इस वर्ष काफी आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ा।
कृषि मंत्री से शिकायत के बाद भी नहीं मिली राहत राशि
किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयकिशन नागेश ने बताया कि सरकार बनते ही प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर लंबित राहत राशि की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा था, लेकिन अब तक उन्हें राहत राशि नहीं मिली है।
फंड में आते ही पैसा दिया जाएगा-एसडीएम
Chhattisgarh Gariaband 356 Farmers Default in Bank Due to Loan: देवभोग तहसीलदार चितेश देवांगन और मैनपुर एसडीएम पंकज डहारे ने बताया कि मामला दर्ज कर राहत शाखा के माध्यम से शासन को राहत राशि की मांग के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। फंड में आते ही पैसा दिया जाएगा।
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