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किताब निकालने में हुई देरी तो शिक्षक ने जड़ दिए चार थप्पड़: छात्र बोला- मुझे आवाज सुनाई नहीं दे रहा, अस्पताल में भर्ती कराया, बीईओ से की शिकायत

Chhattisgarh Dongargarh teacher slapped the student: क्लास रूम में किताब निकालने में देरी होने पर क्लास टीचर ने 7वीं के छात्र को एक के बाद एक चार बार इतनी जोर से थप्पड़ मारे कि छात्र अब सुन नहीं पा रहा है। छात्र का फिलहाल रायपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। परिजनों ने क्लास टीचर के खिलाफ लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

यह मामला डोंगरगढ़ के खालसा पब्लिक स्कूल का है। जहां 13 वर्षीय सार्थक सहारे कक्षा 7 में पढ़ता है। सार्थक की मां संतोषी सहारे ने क्लास टीचर प्रियंका सिंह के खिलाफ बीईओ से शिकायत की।

शिकायत में सार्थक की मां संतोषी ने बताया कि घटना 2 जुलाई की है। कक्षा 7 में एसएसटी क्लास चल रही थी। शिक्षिका प्रियंका सिंह ने छात्रों से किताब निकालने को कहा। इस दौरान कक्षा में मौजूद छात्र सार्थक सहारे ठीक से सुन नहीं पा रहा था। उसने शिक्षिका से फिर पूछा, ‘मैडम आपने क्या कहा?’ इस पर शिक्षिका भड़क गई और सार्थक को तीन-चार थप्पड़ जड़ दिए।

छात्र के कान पर थप्पड़ का असर

उसने बताया कि शिक्षक ने उसे इतनी जोर से थप्पड़ मारा कि उसके कान पर बुरा असर पड़ा। स्कूल से घर लौटने के बाद सार्थक ने कहा, ‘मम्मी, अब मैं ठीक से सुन नहीं पा रहा हूं।’

इससे घबराकर उसे तुरंत डोंगरगढ़ अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को पीटा गया है, जिससे उसके कान में चोट लग गई है। इससे वह ठीक से सुन नहीं पा रहा है।

डोंगरगढ़ अस्पताल में इलाज के दौरान जब कोई सुधार नहीं हुआ तो उसे फिर राजनांदगांव ले जाया गया। बाद में उसे रायपुर ले जाया गया। रायपुर में जांच के बाद डॉक्टरों ने कहा है कि इलाज लंबा चलेगा। बच्चे को अभी भी सुनने में दिक्कत हो रही है।

परिजनों ने क्लास टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

इधर, घटना के बाद जब परिजनों ने स्कूल प्रबंधन से कार्रवाई की मांग की तो स्कूल ने सिर्फ कारण बताओ नोटिस जारी कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली। परिजन शिक्षक को स्कूल से हटाने और बच्चे के इलाज का खर्च स्कूल से दिलाने की मांग कर रहे हैं।

एक अन्य छात्रा श्वेता गजभिये की मांग है कि क्लास टीचर प्रियंका सिंह को स्कूल से हटाया जाए। उन्होंने बताया कि क्लास टीचर पहले भी बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार कर चुकी है, लेकिन डर के कारण बच्चों ने अब तक उसके खिलाफ शिकायत नहीं की।

परिजनों ने शिक्षिका के खिलाफ बीईओ से शिकायत की

जब स्कूल की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई तो परिजनों ने डोंगरगढ़ के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) को लिखित शिकायत दी।

जांच कमेटी करेगी मामले की जांच

परिजनों की शिकायत पर बीईओ बीरेंद्र कौर गरचा ने कहा, यह मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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