छत्तीसगढ़जुर्मस्लाइडरस्वास्थ्य

20 दिन में 4 जवानों ने किया सुसाइड: छुट्टी न मिलना सबसे बड़ी वजह, आज के समय में मन की शांति बेहद जरूरी

Chhattisgarh CRPF jawan suicide not getting leave is the biggest reason

Chhattisgarh Sukma CRPF jawan suicide: छत्तीसगढ़ के सुकमा में शनिवार सुबह सीआरपीएफ के एक जवान ने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। जवान दो दिन पहले ही छुट्टी से लौटा था। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। प्रदेश में 20 दिन में 5 जवान खुद को गोली मार चुके हैं। इनमें से 4 की मौत हो चुकी है।

जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ 226 बटालियन का जवान विपुल भुइयां असम का रहने वाला था। वह गादीरास कैंप में तैनात था। शनिवार सुबह जवान कैंप के बाथरूम में गया और खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर साथी जवान पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

20 साल में 5249 नक्सली मरे, 3090 जवान शहीद: माओवादियों की सेंट्रल कमेटी ने जारी किए देशभर के आंकड़े, लिखा- अब संगठन कमजोर हो गया

छुट्टी से लौटने के बाद से ही जवान परेशान था

शुरुआती जांच में पता चला है कि जवान छुट्टी से कैंप लौटने के बाद से ही परेशान था। हालांकि, उसके परेशान होने और आत्महत्या का कदम उठाने का कारण सामने नहीं आ सका है। जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। मामला गादीरास थाना क्षेत्र का है।

20 दिन में 5वें जवान ने खुद को मारी गोली

छत्तीसगढ़ में सुरक्षाकर्मियों द्वारा आत्महत्या करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 20 दिनों में 4 जवान अपनी जान गंवा चुके हैं। एक पुलिस कांस्टेबल की हालत गंभीर है। इनमें एक एसएसबी कांस्टेबल और एक सीआरपीएफ हेड कांस्टेबल शामिल हैं।

बस्तर में लाल आतंक की नापाक साजिश: 6 प्रेशर कुकर बम बरामद, जानिए जवानों ने मंसूबे पर कैसे फेरा पानी ?

छुट्टी ना मिलना सुसाइड का सबसे बड़ा कारण

बस्तर के बीहड़ों में तैनात जवान सुसाइड कर रहे हैं। इनके सुसाइड की सबसे बड़ी वजह इन्हें समय पर छुट्टियां न मिलना है। हालांकि, कुछ जवान ऐसे भी हैं जो छुट्टी से लौटने के बाद ड्यूटी के दौरान सुसाइड किए हैं। इसकी वजह पारिवारिक कलह सामने आई है।

इसके अलावा फोर्स में बड़े अफसरों के साथ जवानों का कम्युनिकेशन गैप भी होता है, जिससे जवान अफसरों के सामने अपनी समस्या नहीं रख पाते हैं। इसके अलावा जवानों के बीच आपसी-मजाक मस्ती भी इनके सुसाइड करने या फिर अपने साथियों की ही हत्या करने की वजह है।

80% खुदकुशी छुट्‌टी से लौटने के बाद

  • अर्ध सैनिक बलों में 2020 में 3,584 से बढ़कर 2022 में 4,940 हो गई मनोरोग रोगियों की संख्या
  • 2011 से 2023 तक 1,532 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने खुदकुशी की है (पूर्व अर्ध सैनिक बल कल्याण संघों के परिसंघ की रिपोर्ट)
  • पिछले पांच वर्षों में 6 CAPF के 46,960 कर्मियों ने अपनी नौकरी छोड़ी है।
  • केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे निपटने के लिए अक्टूबर 2021 में टास्क फोर्स बनाई।
  • टास्क फोर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि 80% आत्महत्याएं छुट्टी से लौटने के बाद।

Read More- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS

Show More
Back to top button