Chhattisgarh Collector SP Office Fire Accident Video Update: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समाज के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में पुलिस ने मंगलवार को 7 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। इस मामले में अब तक 73 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि 200 को हिरासत में लिया गया है। उपद्रवियों की तलाश के लिए 12 पुलिस टीमें बनाई गई हैं। इसके अलावा जांच के लिए 22 पुलिस अफसरों की टीम बनाई गई है।
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Chhattisgarh Collector SP Office Fire Accident Video Update: दूसरी ओर, पूरे घटनाक्रम को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय काफी नाराज हैं। मंगलवार को बैठक में सीएम ने अफसरों से कहा कि इतनी बड़ी घटना हो गई, इसकी जानकारी आप लोगों तक कैसे नहीं पहुंची? बैकअप क्यों नहीं रखा गया? बैठक में गृहमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि अफसरों पर कार्रवाई हो सकती है।
जांच के लिए 7 सदस्यीय कमेटी बनाई गई
Chhattisgarh Collector SP Office Fire Accident Video Update: कांग्रेस ने भी जांच के लिए 7 सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह कमेटी जांच के बाद पीसीसी को रिपोर्ट सौंपेगी। घटना के विरोध में व्यापारियों ने 13 जून को बलौदाबाजार बंद का आह्वान किया है। इस बंद का चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन किया है।
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उपद्रवियों ने 2 दमकल गाड़ियों समेत 77 वाहनों में आग लगा दी
Chhattisgarh Collector SP Office Fire Accident Video Update: उपद्रवियों ने 75 बाइक, 20 कार और 2 दमकल गाड़ियों में आग लगा दी। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आग लगा दी। इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर राख हो गए। कलेक्टर कार्यालय के सामने ध्वजारोहण पोल पर सफेद झंडा लगाया गया।
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उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने हालात का जायजा लिया
Chhattisgarh Collector SP Office Fire Accident Video Update: इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोग घायल भी हुए। घटना की जानकारी मिलने के बाद सोमवार देर रात उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं।
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संयुक्त कार्यालय भवन में कल से काम शुरू हो जाएगा
Chhattisgarh Collector SP Office Fire Accident Video Update: कलेक्टर केएल चौहान ने बताया कि घटना को लेकर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार समीक्षा बैठक चल रही है। संयुक्त कार्यालय भवन में उपलब्ध सेवाएं कल (बुधवार) से बहाल हो जाएंगी। आज सफाई का काम किया जा रहा है।
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Chhattisgarh Collector SP Office Fire Accident Video Update: पूरी घटना में हुए नुकसान के बारे में कलेक्टर ने कहा कि एनडीआरएफ की टीम जांच में जुटी है। अभी आकलन जारी है। राज्य के वरिष्ठ अधिकारी भी जांच कर रहे हैं। टीम लगातार प्रदर्शनकारियों से बात कर रही थी। इसके बाद भी हंगामा हुआ। एसपी सदानंद कुमार ने कहा कि घटना से जुड़े मिले वीडियो-फोटो के आधार पर आरोपियों तक पहुंचा जा रहा है।
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सरकार ने कहा- हिंसा में कांग्रेस का हाथ, होगी वसूली
Chhattisgarh Collector SP Office Fire Accident Video Update: राज्य सरकार ने कहा है कि बलौदाबाजार हिंसा में कांग्रेस का हाथ है। मंत्री दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा और श्यामबिहारी जायसवाल ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने आरोप लगाया कि सतनामी समाज के कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, कांग्रेस विधायक कविता प्राण लहरे और पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार मौजूद थे।
इनके अलावा पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया, पूर्व राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, विधायक संदीप साहू, भोजराम अजगले, विधायक इंद्रा साव, पूर्व विधायक भुवनेश्वर बघेल, शिक्षक मोहन बंजारे जैसे नेताओं ने लोगों को भड़काया, जिसके कारण यह स्थिति पैदा हुई। सरकार ने कहा है कि हिंसा करने वालों से हर्जाना वसूला जाएगा।
जानिए सरकार की ओर से क्या कहा गया…
- बाबा गुरु घासीदास के अनुयायी शान्ति और सौहार्द को मानने वाले होते है। कभी हिंसा के मार्ग पर नहीं जा सकते।
- मुख्यमंत्री पहले ही 15-16 मई की दरमियानी रात पवित्र अमर गुफा में जैतखंभ को क्षति पहुंचाने वाली घटना की न्यायिक जांच के निर्देश दे चुके थे।
- समाज जांच की मांग पूर्ण होने पर संतुष्ट था और मुख्यमंत्री जी का आभार ज्ञापित करने के लिए एकत्रित हुआ था।
- कार्यक्रम में कुछ लोगों ने सतनामी समाज को बदनाम करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से आगजनी, लूट सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, हत्या का प्रयास जैसे गंभीर अपराध किए।
- राहुल गांधी कथन कि अगर नरेंद्र मोदी तीसरी बार शपथ लेते हैं तो देश में आग लग जाएगी, इस वाक्य को चरितार्थ करने वाला है। असामाजिक तत्वों ने लगभग 150 बाइक और चार पहिया गाड़ियां जला दी।
- बलौदाबाजार जिले की शान कंपोजिट बिल्डिंग जला दी गई और आग बुझाने आने वाले तीन फायर ब्रिगेड को भी उपद्रवियों ने फूंक दिया।
- 40 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और मीडिया के साथियों को भी पीटा गया है।
- आम जन को भी सड़कों पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। उनकी गाडि़यां जला दी गई।
- बलौदाबाजार रजिस्ट्री कार्यालय में भी लाखों की लूट भी रजिस्ट्री कराने आने वाले लोगों से की गई।
- इस पूरे घटनाक्रम के पीछे राजनैतिक षड्यंत्र है। जैसा राहुल गांधी ने पहले ही कह दिया था उसी तरह की आगजनी की घटना की गई।
- केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार को जो सहन नहीं कर पा रहे हैं। कांग्रेस के षड्यंत्र से यह दु:खद घटना हुई है ।
- यह घटना कांग्रेस की सोची समझी साजिश का नतीजा है। विष्णु सरकार को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास किया गया।
- भीम आर्मी जैसे बाहरी विचार धारा का भी समर्थन लिया गया जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।
- सौहार्द बिगाड़ने वाले और इस घटना शामिल तमाम दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से वसूली होगी।
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जानिए अब तक क्या हुआ…
- 15 मई : सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को देर रात क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।
- 16 मई : सुबह लोगों को पता चला तो उन्होंने मौके पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
- 17 मई : पुलिस में मामला दर्ज कर किया।
- 19 मई : मानाकोनी बस्ती में समाज के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चक्का-जाम किया था। इस दौरान समाज के गुरु और पूर्व मंत्री रुद्रकुमार ने कार्रवाई की मांग की, वहीं गुरु खुशवंत साहेब ने कांग्रेस सरकार में हुए प्रदर्शन की याद दिलाई।
- 19 मई : पुलिस ने इस मामले में बिहार निवासी 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि नल-जल योजना कार्य में ठेकेदार पैसे नहीं दे रहा था। इसलिए शराब के नशे में आरोपियों ने तोड़फोड़ कर दी।
- 20 मई : समाज के लोगों की बैठक हुई। इसमें कहा गया कि गलत आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। जो दोषी हैं, उन्हें पकड़ा जाए। वहीं आंदोलन की रूप रेखा तैयार हुई।
- 21 मई : पुलिस और प्रशासन को दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद से ही लगातार समाज के लोग आवेदन देकर जांच और कार्रवाई की मांग करते रहे।
- 08 जून : कलेक्टर ने प्रशासनिक अफसरों, पुलिस अफसरों और समाज के लोगों के साथ शांति समिति की बैठक बुलाई। इसमें अपील की गई कि आंदोलन से बचें। साथ ही जांच में तेजी लाने की बात कही गई।
- 09 जून: डिप्टी CM और गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच कराने के निर्देश दिए।
- 09 जून : इसी दिन प्रशासन की अनुमति से कलेक्ट्रेट के पास दशहरा मैदान में समाज ने 10 जून को एक दिवसीय प्रदर्शन की अनुमति मांगी।
- 10 जून : इसी प्रदर्शन के दौरान अचानक से लोग उग्र हो गए और बवाल बढ़ता चला गया। हिंसा के दौरान कलेक्टर-एसपी दफ्तर में आगजनी की गई। कई गाड़ियां जला दी गई।
- 10 जून : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। इसमें उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए। मौके पर IG और कमिश्नर को भेजकर रिपोर्ट तलब की गई है।
- 11 जून : पुलिस ने शाम तक 200 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
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