अरुण साव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, छत्तीसगढ़।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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सवाल : छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी कमजोर दिखाई पड़ रही है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मुकाबला जिस तरह से करना चाहिए , वह नहीं कर पा रही है, आप क्या मानते हैं ?
जवाब : देखिए, छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की स्थिति बेहद मजबूत है। मतदान केंद्र तक हमारी समितियां हैं। पार्टी का संगठनात्मक आधार काफी मजबूत है। पार्टी के पास कर्मठ कार्यकर्ता हैं, जिनकी बदौलत राज्य में पार्टी की तीन बार सरकार रही और 1996 से लोकसभा की 11 में से कभी आठ और कभी दस सीटें जीत रहे हैं।
सवाल : आप क्या मानते हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सरकार की विफलताओं का फायदा मिलेगा या चुनौतीपूर्ण होगी ?
जवाब : 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के पास मुद्दों की कोई कमी नहीं है। हमने 15 साल की सरकार में राज्य की दशा और दिशा बदली। शहर और गांवों का सुव्यवस्थित विकास किया। आम आदमी के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का काम किया। लोगों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए काम किए। स्कूल-कालेज, सड़क, पुल-पुलिया बनाने का काम किया। केंद्र की भाजपा नीत वाली सरकार ने भी गरीबों और जनकल्याण के लिए काफी काम किए हैं। कांग्रेस की सरकार ने चार साल के कार्यकाल में राज्य का बदहाल कर दिया है। शहर- गांव कहीं भी विकास के काम नहीं हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ आज अपराध का गढ़ बन गया है। न्यायधानी और राजधानी भी सुरक्षित नहीं है। राज्य में माफिया राज चल रहा है। भूमाफिया, कोल माफिया, शराब माफिया और रेत माफिया सभी का दबदबा है। राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है। कांग्रेस ने जन घोषणा पत्र के वायदे पूरे नहीं किए। इस सरकार ने किसान, युवाओं,बुजुर्गों और महिलाओं सभी वर्ग को ठगने का काम किया है। राज्य की जनता इस सरकार से मुक्ति चाहती है और भाजपा जनता की आवाज बनेगी।
सवाल : कांग्रेस सरकार के खिलाफ रणनीति क्या होगी ?
जवाब : जनता के मुद्दों को लेकर इस सरकार के खिलाफ सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे। राज्य की जनता समझ गई है कि विकास केवल भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है और वह यह भी जान गई है कि भाजपा के हाथों ही उनका भविष्य सुरक्षित है। इस कारण जनता भरपूर आशीर्वाद और समर्थन पार्टी को मिल रहा है।
सवाल : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहते हैं भारतीय जनता पार्टी उनसे लड़ नहीं पा रही है, इस कारण ईडी और आईटी ( प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग ) का सहारा ले रही है ?
जवाब : भाजपा मजबूती से कांग्रेस सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। जहां तक आईटी और ईडी के छापे की बात है, तो अब तक की कार्रवाई से जो बातें सामने आईं है, उससे साबित होता है कि राज्य में किस स्तर तक भ्रष्टाचार फैला हुआ है। ईडी और आईटी संवैधानिक संस्थाएं हैं। ये संस्थाएं ठोस आधार पर ही काम करती हैं। इनके जरिए डराने-धमकाने की बात नहीं है। मैं समझता हूं कि, मुख्यमंत्री जी भी चाहते होंगे कि राज्य को भ्रष्टाचार से मुक्ति मिले। ईडी और आईटी की कार्रवाई निश्चित रूप से जनता के हित में है।
सवाल : आप मानते हैं कि 2023 में राज्य में सत्ता परिवर्तन होगा ?
जवाब : छत्तीसगढ़ की जनता महसूस करती है कि यहां विकास केवल भारतीय जनता पार्टी कर सकती है। राज्य की जनता मानती है कि यहां शांति और सदभावना केवल भारतीय जनता पार्टी ला सकती है। इस कारण भारतीय जनता पार्टी को जनता का भरपूर आशीर्वाद मिलेगा और 2023 में राज्य में पार्टी की सरकार बनेगी।
सवाल : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य छत्तीसगढ़िया वाद का कार्ड खेला है। त्योहारों के जरिए लोगों से भावनात्मक रूप से जुडने का काम किया है। भारतीय जनता पार्टी इसका मुकाबला किस तरह करेगी ?
जवाब : छत्तीसगढ़ की जनता महसूस कर रही है कि उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ हुआ। कांग्रेस राज में विकास ठप होने के साथ अपराध और माफिया राज का बोलबाला है। जनता समझ गई है कि यह सरकार उनके हित में नहीं है।
सवाल : भूपेश सरकार मानती है कि राज्य में किसान खुशहाल हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। इसी वजह से कोरोना काल में भी यहां लोगों को आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ा, इसे आप किस रूप में देखते हैं ?
जवाब : भूपेश बघेल सरकार की सभी योजनाएं कांग्रेस नेताओं की जुबान पर है, कागजों पर है। योजनाएं विज्ञापनों में ही दिखती हैं। एक भी योजना धरातल पर नजर नहीं आती। इस सरकार ने तो सर्वाधिक शोषण और अन्याय किसानों के साथ किया है। सरकार ने धान खरीदी में बारदाने के लिए किसानों को तरसाया। कम धान खरीदना पड़े, इसलिए किसानों के खेत के रकबे काटे। राजीव गांधी न्याय योजना का पैसा चार किश्तों में दिया गया। चौथी किश्त में राशि में कटौती कर दी गई। वर्मी कम्पोस्ट खाद लेने के लिए उन्हें मजबूर किया जा रहा है। किसान समझ गए हैं कि सरकार जितना दे रही है, उससे ज्यादा वसूल रही है, जिससे किसान परेशान है।
सवाल : क्या भारतीय जनता पार्टी 2023 के चुनावी मोड में आ गई है या अभी कुछ समय लगेगा ?
जवाब : भारतीय जनता पार्टी देश की एकमात्र दल है, जो विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये हमेशा जनता से जुड़ी रहती है। कोरोनाकाल में भी पार्टी के कार्यकर्ता जान-जोखिम में डालकर जनता की सेवा में लगे रहे। पार्टी हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहती है। आज भी चुनाव के लिए तैयार है।
सवाल : छत्तीसगढ़ में ईडी के छापे में कुछ आईएएस अफसर लपेटे में आए। ईडी ने एक अधिकारी को गिरफ्तार भी किया, लेकिन राज्य सरकार ने किसी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह मौन है, इसे आप किस रूप में देखते हैं ?
जवाब : लगता है सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह संरक्षक की भूमिका में दिखती है। यह राज्य के दूरगामी हित में नहीं है।
सवाल : भ्रष्टाचार के मामले में राज्य के बड़े अफसरों के शामिल होने को आप किस तरह देखते हैं ?
जवाब : इससे यह दिखता है कि छत्तीसगढ़ में नीचे से लेकर ऊपर तक भ्रष्टाचार है और जनता की गाढ़ी कमाई को किस तरह लूटा जा रहा है।
सवाल : भारतीय जनता पार्टी भूपेश सरकार के खिलाफ कोई बड़ा आंदोलन करने की योजना बना रही है क्या ?
जवाब : युवाओं के मुद्दों को लेकर 24 अगस्त को राजधानी में हल्लाबोल आंदोलन किया गया । 11 नवंबर को बिलासपुर में महिलाओं के मुद्दों को लेकर महतारी हुंकार रैली प्रस्तावित है, जिसमें शराबबंदी की मांग के साथ-साथ महिलाओं पर अत्याचार और उनसे जुड़े मुद्दे शामिल रहेंगे। आगे भी अलग-अलग मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का काम करेंगे।
सवाल : आपको प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाले करीब तीन माह हो चुके हैं। आपको नेताओं और कार्यकर्ताओं का किस तरह रिस्पांस मिल रहा है ?
जवाब : बस्तर से लेकर अन्य इलाकों के नेताओं और कार्यकर्ताओं का मुझे पूरा सहयोग और समर्थन मिल रहा है, उनमें काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। जनता का भी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में परिवर्तन की हवा बह रही है और 2023 में निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी।
सवाल : आपने अपनी नई टीम में अधिक से अधिक नए और युवा चेहरों को शामिल किया। क्या 2023 के विधानसभा चुनाव में इस तरह का प्रयोग किया जाएगा ?
जवाब : भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है और अलग-अलग समय में अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाती है। चुनाव में प्रत्याशियों के टिकट का निर्धारण पार्लियामेंट्री बोर्ड करता है, उसका निर्णय अंतिम होता है।
सवाल : 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य में पार्टी को 15 सीटें मिलने के बाद लोकसभा चुनाव में 11 नए चेहरे उतरे गए, जिसका सकारत्मक परिणाम रहा। क्या विधानसभा चुनाव में प्रयोग दोहराया जाएगा ?
जवाब : 2018 का नतीजा कांग्रेस के लुभावने वादों के कारण आया। लेकिन जनता को अब पछतावा हो रहा है और कांग्रेस सरकार से छुटकारा चाहती है।
सवाल : क्या आप राज्य की कांग्रेस सरकार में तालमेल की कमी और अंतर्विरोध देखते हैं ?
जवाब : कांग्रेस सरकार में प्रशासनिक अराजकता के साथ कुर्सी और पावर की लड़ाई दिखती है। इस सरकार में जनता की सुनने वाला कोई नहीं है और जनता ठगा महसूस कर रहा है।
सवाल : राज्य में नक्सल समस्या को लेकर आपकी क्या राय है ?
जवाब : भाजपा राज में शांति बहाली और नक्सलवाद के खात्मे के लिए कई काम किए गए। कांग्रेस राज में नक्सलवाद को समाप्त करने की दिशा में कोई काम नहीं हो रहा है और जो खबरें आ रही है, वह हम सबके लिए चिंता की बात है। भारत सरकार कई तरह से मदद कर रही है, लेकिन राज्य सरकार कानून-व्यवस्था के मामले में पूरी तरह फेल साबित हो रही है।
विस्तार
करीब तीन महीने पहले छत्तीसगढ़ भाजपा की कमान संभालने वाले बिलासपुर के सांसद अरुण साव पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए लगातार दौरा और बैठकें कर रहे हैं। 15 साल की सत्ता के बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में 15 सीटों में सिमटकर रह जाने वाली भाजपा उपचुनावों में भी लगातार मात खाती रही है। 2023 का विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा पुराने चेहरों की जगह नए चेहरों को आगे लाई है। अमर उजाला के वरिष्ठ पत्रकार रवि भोई से उन्होंने खास बातचीत की।
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