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नक्सली सुधाकर के बाद मुठभेड़ में मारा गया भास्कर: शव और ऑटोमैटिक हथियार बरामद, 2 इनामी समेत 7 नक्सलियों का सरेंडर, जानिए कितने के थे इनामी?

Chhattisgarh Bijapur Naxalite Bhaskar killed in encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने 25 लाख रुपये के इनामी नक्सली भास्कर (45) को मार गिराया है। दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई। जवानों ने भास्कर का शव और स्वचालित हथियार बरामद किए हैं। मुठभेड़ इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में हुई। भास्कर मंचेरियल कोमाराम भीमा (एमकेबी) डीवीसी का सदस्य और सचिव था। वह आंध्र प्रदेश के आदिलाबाद का रहने वाला था।

इससे पहले एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली सुधाकर को भी मार गिराया गया था। सुधाकर नक्सलियों के शिक्षा विभाग का प्रभारी था। वह आंध्र प्रदेश के चिंतापलुडी गांव का रहने वाला था।

दंतेवाड़ा में 2 इनामी नक्सलियों समेत 7 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें जुगलू उर्फ ​​सुंदुम कोवासी (50 हजार का इनाम), दशा उर्फ ​​बुरकू पोडियाम (50 हजार का इनाम), भोजा राम माड़वी, लखमा उर्फ ​​सुती उर्फ ​​लखन मरकाम, रातू उर्फ ​​ओथे कोवासी, सुखराम पोडियाम और पंडरू राम पोडियाम शामिल हैं।

नक्सलियों का प्रेस प्रभारी भी मौजूद

प्राप्त जानकारी के अनुसार फोर्स सर्चिंग के लिए निकली थी। इस दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने भी फायरिंग की। बताया जा रहा है कि तेलंगाना स्टेट कमेटी में नक्सलियों के प्रेस प्रभारी बंदी प्रकाश समेत बड़े स्तर के नक्सलियों की भी मौजूदगी थी।

इस दौरान मुठभेड़ में 2 नक्सली मारे गए, जिसमें से सुधाकर का शव जवानों ने बरामद किया। भास्कर का शव आज मिला। उसके पास से हथियार भी मिले, जिसे जवानों ने जब्त कर लिया है।

अब जानिए 1 करोड़ के इनामी नक्सली सुधाकर के बारे में

दरअसल, सेंट्रल कमेटी का सदस्य सुधाकर उर्फ ​​नर सिंहचलम तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में वांछित था। बताया जा रहा है कि गुरुवार को नेशनल पार्क इलाके में माओवादियों के बड़े कैडर की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बल निकले थे। सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम में डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा के जवान शामिल थे।

लगातार बड़े नक्सली नेता मारे जा रहे हैं

इससे पहले 21 मई को मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए थे। इनमें 1.5 करोड़ का इनामी बसवा राजू भी शामिल था।

21 मई को मुठभेड़ से 7 दिन पहले पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर्रेगुट्टा ऑपरेशन की जानकारी भी दी थी। इसमें 31 नक्सली मारे गए थे।

छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा के पहाड़ों पर सुरक्षा बलों ने 24 दिनों तक ऑपरेशन चलाया था।

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