
स्कूल में बच्चों को पढ़ाने पहुंची एडिशनल एसपी।
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छत्तीसगढ़ के जगदलपुर स्थित प्राथमिक शाला भेजरीपदर के बच्चों के चेहरे आश्चर्य मिश्रित मुस्कान के साथ खिल उठे। उनके स्कूल में बुधवार को वर्दी वाली मैडम पढ़ाने के लिए पहुंच गई। यह मैडम थीं बस्तर की एडिशनल एसपी निवेदिता पॉल। दो समुदायों के बीच चल रहे विवाद का पटाक्षेप करने पहुंची एडिशनल एसपी ने बच्चों को ककहरा के साथ जीवन का पाठ भी पढ़ाया।
दरअसल, भेजरीपदर गांव में दो समुदायों के बीच विवाद चल रहा है। ऐसे में पुलिस फोर्स ने तीन दिनों से स्कूल में डेरा डाल रखा है। शिक्षकों-बच्चों में स्कूल आने-जाने को लेकर झिझक भी दिखती है। ऐसे में हालात को नियंत्रण में देख उन्होंने अपने समय का सदुपयोग किया और पहुंच गईं स्कूल की एक कक्षा में। मैडम ने बच्चों को न केवल सिलेबस में दिए पाठ पढ़ाए, बल्कि जीवन का भी ज्ञान करवाया।
इस बीच स्कूल पहुंचीं प्रधान पाठिका उमावती मौर्य और इच्छावती कश्यप परेशान हो गईं। फिर देखा कि मैडम और बच्चे एक-दूसरे के साथ मजे से पढ़ाई कर रहे हैं। एएसपी मैडम के इस प्रयास के बाद से स्कूल परिसर में सब कुछ एकाएक सामान्य हो गया। स्कूल में पदस्थ शिक्षकों ने भी शिष्टाचार के नाते वर्दी वाली मैडम से भेंट की और बच्चों के लिए समय निकालने को लेकर उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
ऐसे ही जुड़ती है पुलिस
एएसपी निवेदिता पाल कहती हैं कि पुलिस का जुड़ाव आम लोगों से इसी तरह से स्थापित हो सकता है। वे कहती हैं कि अपनी बेटी को पढ़ाई में मदद करने के दौरान उन्हें सुकून मिलता है। आज जब बच्चों को उन्होंने देखा तो समय निकलाकर उन्हें पढ़ा लिया। रुटीन के बीच उनका भी मन बहल गया और बच्चे भी खुशी-खुशी उनसे शिक्षा ग्रहण करते दिखे।