Boycott Of World Disabled Day In Raipur: छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ रायपुर में विरोध प्रदर्शन कर अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस (3 दिसंबर) का बहिष्कार कर रहा है। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई भी हुई। इसके बाद पुलिस ने बड़ी संख्या में दिव्यांगों को टिकरापारा के साहू भवन में नजरबंद कर दिया है।
दिव्यांगों का कहना है कि सरकार हमारे साथ धोखा कर रही है। चुनावी वादे में 2500 रुपए देने की घोषणा की गई थी, लेकिन सिर्फ 500 रुपए पेंशन दी जा रही है। इससे भी ज्यादा महतारी वंदन योजना के तहत घरेलू महिलाओं को 1000 रुपए मिल रहे हैं।
पुलिसकर्मियों ने हमें सड़क पर घसीटा- दिव्यांग
वहीं बेमेतरा के पवन साहू ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने हमें सड़क पर घसीटा है। पुलिसकर्मी हमारे साथ विश्वासघात कर रहे हैं। वे हमारी मांगें पूरी नहीं होने दे रहे हैं। हम कैसे गुजारा करेंगे? हमारे साथ बहुत गलत हो रहा है। हमारी सुनने वाला कोई नहीं है।
सीएम को ज्ञापन सौंपा था, कोई कार्रवाई नहीं हुई रायपुर के नितीश सोनी ने बताया कि हमारी मांगें पूरी नहीं हो रही हैं। सीएम साय ने हमें बुलाया था, जिसके बाद हमने ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन 3 महीने बीत गए। अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद हम हताश होकर सीएम हाउस का घेराव करने निकले हैं।
कोई कार्रवाई नहीं हो रही- बोहित राम दिव्यांग संघ के अध्यक्ष
बोहित राम ने बताया कि 2 महीने पहले दिव्यांग संघ ने फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र के जरिए प्रदेश में सरकारी नौकरी कर रहे अधिकारियों का पर्दाफाश किया था। हमने सीएम और मंत्रियों से मिलकर कार्रवाई की मांग की थी।
इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। साथ ही हमारे संघ का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिला था, जिसमें 1 महीने के अंदर और भी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया था। आश्वासन के चलते हमने अपना दिव्यांगजन स्वाभिमान धरना भी स्थगित कर दिया था, लेकिन अब तक मांगें पूरी नहीं हुई हैं। हम सभी दिव्यांगजन दुखी और आक्रोशित हैं।
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