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किसके सिर सजेगा BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष का ताज ? Amit Shah के घर सीक्रेट मीटिंग, टॉप लिस्ट में शिवराज का नाम, जानिए कौन हैं 8 दावेदार ?

BJP Next President Candidate Amit Shah Narendra Modi JP Nadda: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर अहम बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक एक सप्ताह के भीतर पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा हो सकती है। बैठक में कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के अध्यक्षों के नामों पर चर्चा हुई है।

BJP Next President Candidate Amit Shah Narendra Modi JP Nadda: अगले दो-तीन दिनों में करीब आधा दर्जन राज्यों के अध्यक्षों की घोषणा हो सकती है। इसके बाद 20 अप्रैल के बाद कभी भी राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया शुरू हो सकती है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जनवरी में होना था, लेकिन आधा अप्रैल बीत जाने के बाद भी यह नहीं हो पाया है।

BJP Next President Candidate Amit Shah Narendra Modi JP Nadda: जेपी नड्डा जनवरी 2020 से राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे हैं। पार्टी संविधान के मुताबिक उनका कार्यकाल जनवरी 2023 में खत्म होना था, लेकिन लोकसभा चुनाव समेत कई बड़े चुनावों को देखते हुए उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया था।

चुनाव में देरी की 3 वजह…

विपक्षी नै​रेटिव की काट खोज रही भाजपा

भाजपा के एक नेता ने कहा- जो भी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेगा 2029 का लोकसभा चुनाव उसी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। ऐसे में जरूरी है कि कहीं से यह संदेश न जाए कि संगठन में एक वर्ग की नहीं सुनी जाती या फैसला जबरन थोपा गया है। बीते दस सालों में विपक्ष लगातार यह नैरेटिव गढ़ने का प्रयास कर रहा है।

नई टीम में महिलाओं को 33% जगह संभव

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा- नए अध्यक्ष की घोषणा के बाद राष्ट्रीय परिषद व कार्यकारिणी में 33% तक सीटें महिलाओं को दिए जाने का प्लान है। संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा। पार्टी के विभिन्न संगठनों में भी महिला भागीदारी बढ़ेगी।

RSS चाहता है विचारधारा के लिए स​मर्पित युवाओं को मौका मिले

संघ इस पर सहमति चाहता है कि भाजपा सहित सभी आनुषांगिक संगठनों में विचारधारा के प्रति समर्पित युवाओं को तरजीह मिले। वैचारिक रूप से अलग होने के बावजूद विचारधारा और संगठन के प्रति समर्पण जिम्मेदारी देने का एकमात्र पैमाना हो। पहली कतार के नेता ऐसा फ्रेम वर्क दें, जिससे कार्यकर्ता भविष्य में विकल्प बन सकें। यह व्यवस्था राष्ट्रीय अध्यक्ष या उनकी टीम तक नहीं, बल्कि पूरी राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद तक में हो।

राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के 8 दावेदार

शिवराज सिंह चौहान: शिवराज सिंह चौहान 6 बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। वे 4 बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने लाडली बहना योजना शुरू की, जो विधानसभा चुनाव में गेम चेंजर साबित हुई।

यह योजना दूसरे राज्यों के लिए रोल मॉडल बन गई। वे 13 साल की उम्र में आरएसएस से जुड़ गए और आपातकाल के दौरान जेल भी गए। वे ओबीसी वर्ग से आते हैं। वे 2005 में मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे। आरएसएस की लिस्ट में शिवराज सबसे ऊपर हैं।

सुनील बंसल: सुनील बंसल ने 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी और फिर 2017 में प्रभारी के तौर पर पार्टी को सफलता दिलाई।

इसके अलावा ओडिशा, बंगाल और तेलंगाना के प्रभारी के तौर पर मिली सफलता भी बड़ा प्लस पॉइंट है। सुनील बंसल को यूपी में भाजपा का चाणक्य कहा जाता है। संघ से नजदीकी के साथ ही संगठन में भी उनकी अच्छी पकड़ है।

धर्मेंद्र प्रधान: वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा मंत्री और भाजपा के अनुभवी संगठनकर्ता हैं। ओडिशा से आते हैं, जहां भाजपा अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहती है। मोदी और शाह की टीम के भरोसेमंद सदस्य हैं।

40 साल का राजनीतिक अनुभव, बड़े ओबीसी नेता। 14 साल की उम्र में एबीवीपी से जुड़े और 2010 में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बने। संगठन में मजबूत पकड़, दो बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा सदस्य बने।

रघुवर दास: रघुवर दास झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री थे। उन्होंने झारखंड में 5 साल तक स्थिर शासन दिया, जो राज्य में पहली बार हुआ। जमीनी कार्यकर्ताओं और भाजपा संगठन पर उनकी मजबूत पकड़ है।

ओबीसी समुदाय से आने के कारण भाजपा को सामाजिक समीकरण में नई बढ़त मिल सकती है। उनकी बदौलत पूर्वोत्तर में भाजपा का विस्तार हो सकता है।

स्मृति ईरानी: कई अहम मंत्रालय संभालने के साथ प्रशासनिक अनुभव भी है। पार्टी के लिए मजबूत महिला चेहरा। आरएसएस से अच्छे संबंध और हिंदी पट्टी के साथ दक्षिण भारत में प्रभावी।

वनथी श्रीनिवासन: वर्तमान में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। ऐसे में उन्हें संगठनात्मक कार्यों का अनुभव है। वे 1993 से भाजपा से जुड़ी हैं। उन्होंने तमिलनाडु की कोयंबटूर दक्षिण सीट से कमल हासन जैसे बड़े नेता को हराया था।

तमिलनाडु में भाजपा को मजबूत करने में उनकी अहम भूमिका रही है। उनके पति श्रीनिवासन विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में परिवार संघ और भाजपा के काफी करीब है।

तमिलिसाई सुंदरराजन: 1999 से भाजपा से जुड़ी हैं। राष्ट्रीय सचिव समेत कई अहम पदों पर काम कर चुकी हैं। तमिलनाडु में भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष (2014-2019) रह चुकी हैं।

वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के करीबी नेताओं में गिनी जाती हैं। तमिलनाडु में भाजपा के विपक्ष में रहने के दौरान भी उन्होंने पार्टी के विस्तार में अहम योगदान दिया है।

डी. पुरंदेश्वरी: पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी संस्थापक एनटी रामा राव (एनटीआर) की बेटी हैं। उन्होंने पहले कांग्रेस में रहते हुए केंद्रीय मंत्री के रूप में काम किया, फिर भाजपा में शामिल हो गईं।

वर्तमान में वे आंध्र प्रदेश भाजपा की अध्यक्ष हैं। उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने से पार्टी को तेलुगु राज्यों (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) में जनाधार का लाभ मिल सकता है।

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