छत्तीसगढ़स्लाइडर

दिवाली पर बिलासपुर में स्वदेशी पटाखों की रहेगी धूम व्यापारी चाइनीज सामान से बना रहे दूरी

बिलासपुर। इस बार दिवाली पर्व के दौरान पटाखे बाजार भी स्वदेशी की झलक दिखाई देगी। तमाम प्रतिबंध के बाद भी हर साल किसी न किसी तरीके से बाजार में चाइनीज पटाखे पहुंच जाते थे। लेकिन इस बार थोक व चिल्हर पटाखा व्यापारियों ने चाइनीज पटाखे से दूरी बनाने का निर्णय ले लिया है। इसके लिए थोक व चिल्हर पटाखा व्यवसायी संघ ने सिर्फ स्वदेशी पटाखे बेचने का निर्णय लिया है।

साथ ही चाइनीज पटाखों का व्यापार नहीं किया जाएगा। दरअसल लोगों में राष्ट्र प्रेम बढ़ता जा रही है। इसी वजह से इस बार ज्यादा लाभ देने वाले चाइनीज पटाखे का बहिष्कार करने का निर्णय पटाखा बेचने वालों ने ले लिया है। ऐसे में इस बार की दिवाली में स्वदेशी पटाखों की धूम रहेगी और दिवाली के दिन जमकर स्वदेशी पटाखे जलाए जाएंगे।

हर साल जिले में दिवाली पर्व के दौरान पांच करोड़ से ज्यादा के पटाखें जलाए जाते हैं। यदि स्वदेशी पटाखे जलाए जाएं तो इसका लाभ देश को ही मिलेगा। यदि इसमें चाइनीज पटाखे बेचे जाएं तो लाभ चाइना को मिलता है। यह आर्थिक दृष्टि से देश के लिए सही नहीं है।

ये भी पढ़ें: चायनीज लाइट नहीं बिलासपुर में कुम्हारों के बनाए दीए से जगमग होगी दिवाली

ऐसे में इस बार पटाखा बेचने वाले ही चाइनीज पटाखे के विरोध में आने लगे हैं। भले ही चाइनीज पटाखा बेचने से ज्यादा फायदा मिलता है, इसके बाद भी ये देश हित को ध्यान में रखते हुए चाइनीज पटाखा नहीं बेचेंगे। पटाखा संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि इस बार थोक व्यापारियों को कहा गया है कि वे बाजार में चाइनीज पटाखे न उतारें।

यदि थोक व्यापारी ही इसे नहीं लाएंगे तो अपने आप बाजार से चाइनीज पटाखे गायब हो जाएंगे और हर जगह स्वदेशी पटाखों का बोलबाला रहेगा। ऐसे में इस बार पटाखा व्यवसायी खुद ही चाइनीज पटाखा से तौबा करते हुए राष्ट्र हित के लिए बड़ा कदम उठा रहे हैं।

Source link

Show More
Back to top button