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5 लाख महिलाओं के ज्यादा वोट से Nitish Kumar की वापसी: 2020 में 167 सीट पर महिलाओं ने ज्यादा वोटिंग की, 92 सीट NDA ने जीतीं, जानिए पूरी कहानी

Bihar BJP JDU Women Voters VS Mahagathbandhan; OBC Dalit | Election 2025: बिहार में पहली बार 67% वोटिंग हुई है। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का मतदान प्रतिशत 9% ज्यादा है। नंबरों के हिसाब से करीब 5 लाख ज्यादा। ऐसा पहली बार हुआ है।

Bihar BJP JDU Women Voters VS Mahagathbandhan; OBC Dalit | Election 2025: वहीं 16 एग्जिट पोल्स के पोल ऑफ पोल्स में NDA, 243 में से 154 सीटें जीत कर फिर से सरकार बना रही है। माना जा रहा है कि नीतीश सरकार की जोरदार वापसी के पीछे महिला वोटर्स हैं। ऐसा क्यों? जानते हैं 6 पॉइंट्स में-

पहला पॉइंट: पुरुषों के मुकाबले ज्यादा वोटिंग कर रहीं महिलाएं

  • 1962 के बिहार चुनाव में महिलाओं और पुरुषों के मतदान प्रतिशत का अंतर करीब 23% था, लेकिन अब ये तस्वीर बदल चुकी है।
  • पिछले 3 चुनावों में यानी 2010, 2015 और 2020 में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का मतदान प्रतिशत ज्यादा रहा। 2020 में राज्य की 243 में से 167 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोटिंग की।

दूसरा पॉइंट: 2020 में 2.08 लाख ज्यादा महिलाओं ने NDA को दिए वोट

  • 2020 में NDA को 1 करोड़ 57 लाख 2 हजार 650 और महागठबंधन को 1 करोड़ 56 लाख 91 हजार 500 वोट मिले थे। यानी NDA को महागठबंधन से 11,250 वोट ज्यादा मिले।
  • तब 2.08 करोड़ महिलाओं ने वोट किया। इनमें 38% NDA को और 37% ने महागठबंधन को वोट दिया। यानी महागठबंधन से 2.08 लाख ज्यादा महिलाओं ने NDA को वोट दिया।
  • 243 में से 167 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोटिंग की थी। इनमें से 92 सीट NDA ने जीत ली। यानी 55% से ज्यादा सीटें NDA को मिली।
  • JDU की जीती हुई 43 में से 37 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले ज्यादा वोट डाले थे। ऐसा ही बीजेपी 74 में से 55 सीटों पर हुआ था।
  • ये आंकड़े रिसर्च इंस्टीट्यूट लोकनीति-CSDS की पोस्ट-पोल सर्वे रिपोर्ट-2020 के हैं, जिन्हें वोटिंग खत्म होने के तुरंत बाद जुटाया था।

तीसरा पॉइंट: पुरुषों से अलग महिलाओं का जातिवार वोटिंग पैटर्न

चौथा पॉइंट: पार्टियों का फोकस महिलाओं पर, NDA ने 8 और महागठबंधन ने 6 बड़े वादे किए

NDA सरकार : चुनाव से पहले 1.21 करोड़ महिलाओं को दिए 10-10 हजार

  • स्कूली छात्राओं के लिए साइकिल और यूनिफॉर्म बांटी। फिर पंचायतों में महिलाओं को 50% रिजर्वेशन दिया।
  • घरेलू हिंसा रोकने के लिए 2016 में शराबबंदी लागू की। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35% रिजर्वेशन दिया। जुलाई 2025 में इसे सिर्फ बिहार की महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया।
  • अगस्त 2025 में महिला रोजगार योजना शुरू की। चुनाव से ठीक पहले 1.21 करोड़ महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपए की पहली किस्त डाली जा चुकी है।
  • इसके अलावा नीतीश सरकार 6 और योजनाओं के जरिए छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाओं तक को डायरेक्ट कैश ट्रांसफर कर रही है।

तेजस्वी का वादा : हर साल महिलाओं को देंगे 30 हजार रुपए

  • पहले फेज की वोटिंग से 2 दिन पहले तेजस्वी यादव ने ऐलान किया कि महागठबंधन सरकार बनी तो हर साल 14 जनवरी को हर महिला को 30 हजार रुपए देंगे।
  • महागठबंधन ने जीविका दीदियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा और 30 हजार रुपए हर महीने सैलरी का वादा किया है।
  • अपने मैनिफेस्टो में भूमिहीनों को दी जाने वाली जमीन का मालिकाना हक महिलाओं को देने की बात की है।
  • विधवा और बुजुर्गों की पेंशन को 1500 रुपए हर महीने करने और छात्राओं को स्कॉलरशिप देने की बात की है।
  • मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाली लड़कियों के लिए फीस माफ करने या 75% तक सब्सिडी देने का वादा किया है।

पांचवां पाइंट: 10 में से 9 राज्यों में महिलाओं की कैश स्कीम ने बनवाई सरकार

नवंबर 2023 से अब तक 13 राज्यों में चुनाव हुए हैं। इनमें से 10 राज्यों में महिलाओं को पैसे देने वाली कैश स्कीम लागू की गई या वादा किया गया। इन 10 में से 9 राज्यों में योजना कारगर रही। स्ट्राइक रेट 90% रहा।

इसको लेकर सबसे ज्यादा चर्चा में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड रहे, जहां चुनाव से पहले ही महिलाओं के खाते में पैसे भेजे गए…

मध्य प्रदेश: चुनाव से पहले 6 किस्तों में 11 हजार दिए; बीजेपी सरकार बनी

  • चुनाव से 8 महीने पहले 15 मार्च 2023 को शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना लॉन्च की।
  • चुनाव से पहले राज्य की 1.2 करोड़ से ज्यादा महिलाओं के खाते में 6 किस्तों में 11 हजार रुपए डाले गए।
  • दिल्ली यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र की असिस्टेंट प्रोफेसर अदिति नारायण पासवान मानती हैं कि 15 साल की एंटी इन्कम्बेंसी के बावजूद मध्य प्रदेश में बीजेपी के जीतने की सबसे बड़ी वजह लाड़ली बहना योजना है।

महाराष्ट्र: चुनाव से पहले 7500 रुपए खाते में पहुंचे, महायुति को 80% सीटें मिलीं

  • लोकसभा चुनाव में महायुति के खराब परफॉर्मेंस के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने 28 जून 2024 को माझी लाडकी बहिन योजना लॉन्च की।
  • चुनाव से पहले इस योजना के तहत 2.34 करोड़ महिलाओं के खाते में 5 किस्तों में 7500 रुपए डाले गए।
  • महाराष्ट्र के सीनियर जर्नलिस्ट मनोज कुलकर्णी बताते हैं, ‘महायुति की बंपर जीत में इस योजना की बड़ी भूमिका रही।’

झारखंड: वोटिंग से एक रात पहले चौथी किस्त आई, सोरेन की सत्ता में वापसी

  • झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने वोटिंग से 85 दिन पहले 20 अगस्त 2024 को मंइयां सम्मान योजना शुरू की।
  • पहले इसमें महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए देने का वादा किया गया। बाद में इसे बढ़ाकर 2500 कर दिया गया।
  • चुनाव से पहले राज्य की 48 लाख महिलाओं के खाते में 4 किस्तों में 4 हजार रुपए डाल गए। चौथी किस्त वोटिंग से एक रात पहले भेजी गई।
  • झारखंड के सीनियर जर्नलिस्ट सुधीर पाल कहते हैं, बीजेपी ने ज्यादा देने का वादा करके इस योजना को काटने की कोशिश की थी, लेकिन महिलाओं को 4 किस्तें मिल चुकी थीं। तो उनका सोरेन सरकार पर भरोसा बढ़ गया।

छठा पाइंट: 4 में से 4 एक्सपर्ट बोले- महिलाएं नीतीश की सरकार बनवा रहीं

  • नीतीश को उम्मीद- महिलाएं खत्म करेंगी एंटी इनकमबेंसी: सीनियर जर्नलिस्ट नीरजा चौधरी के मुताबिक, 2005 में नीतीश ने सीएम बनते ही स्कूली छात्राओं को साइकिल और यूनिफॉर्म बांटी। ये कदम 2010 के चुनाव में गेमचेंजर साबित हुआ। 20 साल पहले नीतीश ने जिन छात्राओं की मदद की थी, आज वे अपने परिवार के फैसले लेने की हैसियत रखती हैं। अब नीतीश ने उन्हीं महिलाओं के लिए 10 हजार रुपए देने वाली योजना शुरू की। नीतीश को उम्मीद है कि महिलाएं उनकी एंटी इनकमबेंसी खत्म कर देंगी।
  • पैसा बांटने की योजनाएं लाओ और चुनाव जीतो: Vote Vibe के फाउंडर और इलेक्श एनालिस्ट अमिताभ तिवारी बताते हैं, ‘महिलाओं को ध्यान में रखकर शुरू की गई स्कीम्स की वजह से महिलाओं का वोटिंग पैटर्न बदला है। अब महिलाएं अपनी पसंद से वोट कर रही हैं। इसलिए पार्टियों ने भी सीधा फॉर्मूला बना लिया है कि पैसा बांटने की योजनाएं लाओ और चुनाव जीतो। वोटिंग के दौरान महिलाओं की लंबी लाइनें थीं। यहां महिला और EBC वोटर नीतीश का कोर-वोटबैंक है। इसका फायदा नीतीश को मिलेगा।’
  • महिलाओं को सुविधा देने वाली पार्टियों को फायदा: दिल्ली यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र की असिस्टेंट प्रोफेसर अदिति नारायण पासवान के मुताबिक, कास्ट और रिलीजन की तरह अब वोटिंग पैटर्न जेंडर के आधार पर शिफ्ट हो गया है। पहले महिलाओं को उनके पति बताते थे कि उन्हें किसे वोट करना है, लेकिन अब ऐसा नहीं है। जब पार्टियां महिलाओं को कुछ सुविधाएं देती हैं तो वे घर से निकलकर वोट डालने आती हैं। इसका फायदा उन्हीं पार्टियों को मिलता है।
  • चुनाव से पहले महिलाओं को मिले 10 हजार, नीतीश को होगा फायदा: पटना यूनिवर्सिटी में सोशल स्टडीज के असिस्टेंट प्रोफेसर अविरल पांडेय कहते हैं, पिछले 20 सालों से नीतीश कुमार महिलाओं को लेकर काम कर रहे हैं। उन पर महिलाओं का भरोसा है। चुनाव से पहले उन्होंने महिलाओं के लिए 10 हजार रुपए की पहली किस्त जारी कर दी। इससे महिलाओं और उनके परिवारों में नीतीश के लिए भरोसा बढ़ा है, जिसका फायदा नीतीश को मिल सकता है।

लेकिन सत्ता में भागेदारी नहीं: महागठबंधन ने सिर्फ 30 और NDA ने 34 महिलाओं को टिकट दिए

  • बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। प्रस्तावित महिला आरक्षण विधेयक के मुताबिक 33% सीटें यानी 80 महिला विधायक होने चाहिए।
  • NDA ने 34 महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया है। 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ रही बीजेपी और JDU ने 13-13 महिला प्रत्याशी उतारे हैं। यानी 12.8%।
  • महागठबंधन ने 30 महिलाओं को टिकट दिया है। सबसे ज्यादा 143 सीटों पर चुनाव लड़ रही RJD ने 24 महिला कैंडिडेट उतारे हैं। यानी 16.8%। जबकि कांग्रेस ने 61 में से 5 सीटें महिलाओं को दी हैं। यानी 8.2%।
  • सभी 243 सीटों पर अकेले लड़ रहे प्रशांत किशोर ने 25 महिलाओं को टिकट दिया है। यानी 10.3%। जबकि पीके का दावा था कि उनकी जनसुराज पार्टी 40% टिकट महिलाओं को देगी।

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