शैलेंद्र विश्वकर्मा, अनूपपुर। वैसे अनूपपुर में विभागों की काली करतूत किसी से छिपी नहीं है. हर विभाग से कोई न कोई कारनामे सामने आते रहते हैं. पंचायतों की तो बात ही मत कीजिए. पंचायतों में कमीशन की बारिश हो रही है. यूं कहें कि सरकारी हुक्मराने अपने नुमाइंदों के साथ सरकारी खजाने को लूटने निकले हैं. बताया जा रहा है कि इंजीनियर की मिलीभगत से लाखों का करप्शन हो रहा है, लेकिन मजाल है कि कोई एक्शन ले. इन सबके बीच बड़े अवधे पर बैठीं CEO मैडम भी सवालों के घेरे हैं, जो कार्रवाई करने से कतरा रही हैं. क्या किसी बड़े चेहरे के पीछे ये खेल चल रहा है ?
10 ग्राम पंचायतों में कमीशन का खेला
दरअसल, जिले के जनपद अनूपपुर बदरा में इंजीनियर लव श्रीवास्तव वर्षों से जमे हुए हैं. कुछ दिनों के लिए नाम मात्र तीन – चार साल पहले ट्रांसफर हुआ था, लेकिन वर्तमान समय में अनूपपुर जनपद में कई वर्षों से पदस्थ हैं. 10 ग्राम पंचायतों में कमीशन लेकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. ताजा मामला ग्राम पंचायत सकोला में 14 लाख 50 हजार के दो ग्रेवल रोड निर्माण से जुडा है.
कमीशन से निरीक्षण पर कोताही
पहला ग्रेवल रोड सकोला रोड से सोहन तालाब तक और दूसरा ग्रेवल रोड सकोला से धुम्मा मार्ग कार्य चल रहा है, जिसमें इंजीनियर के द्वारा कमीशन बंधा हुआ है, जिसके चलते इंजीनियर कार्य का कभी निरीक्षण करने नहीं जाते, जिसके कारण ग्रेवल रोड में GSB मानक अनुसार प्रयोग नहीं किया जा रहा है.
निर्माण में लापरवाही
डस्ट का प्रयोग अत्यधिक मात्रा में ग्रेवल रोड में डाला जा रहा है. ना तो पानी का छिड़काव होता है और ना ही रोलर का प्रयोग किया जा रहा है. ग्रेवल रोड की मोटाई भी कम बताई जा रही है.
इन पंचायतों लव गढ़ रहे भ्रष्टाचार की इबारत
ग्राम पंचायत बदरा सकोला पकरिहा हरद धुम्मा बम्हनी छिन्ना अमलाई देवरी दैगवा ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार की इमारत खड़ा कर चुके हैं. सूत्रों की माने तो ग्राम पंचायतों में कार्यों के आधार पर 5 से लेकर 15 प्रतिशत कमीशन इंजीनियर का बंधा हुआ है.
इंजीनियर ग्राम पंचायतों पर किए गए कार्य का मूल्यांकन करते हैं. अगर कोई ग्राम पंचायत बिना चढ़ावा के मूल्यांकन करवाता है, तो इंजीनियर साहब ग्राम पंचायतों को कई महीने लटकाए रहते हैं. जब ग्राम पंचायत चढ़ावा देता है, तो इंजीनियर कार्यों का मूल्यांकन करने तत्काल पहुंचते हैं.
सीईओ की इमानदारी पर सवाल
अनूपपुर जनपद अंतर्गत लगातार समाचार के माध्यम से भ्रष्टाचार खबरें रोजाना देखने को मिलती है. जब से सीईओ उषा किरण गुप्ता ने पदभार संभाला है, तब से आज तक ना किसी इंजीनियर और सचिव पर कोई कार्रवाई हुई.
बदरा में भ्रष्टाचार को लेकर अनशन
इससे पहले भी जनपद मुख्यालय के सामने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अनूपपुर ग्राम पंचायत बदरा में भ्रष्टाचार को लेकर कई दिनों अनशन पर बैठे रहे. आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसको लेकर जनमानस में चर्चा का विषय बना हुआ है. सीईओ की ईमानदारी पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो रहा है. अगले अंक में पड़े कैसे इंजीनियर लव श्रीवास्तव अपने चहेते सप्लायर और ठेकेदारों को लाभ पहुंचा रहे.
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